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फर्नीचर व्यवसाय में प्रोत्साहित होंगे 32 जरूरतमंद
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- ओडीओपी के तहत फर्नीचर व्यवसाय के लिए ऋण व अनुदान देने की है योजना
संवाद न्यूज एजेंसी
महराजगंज। जिले में फर्नीचर कारोबार को बढ़ावा देने की पहल होगी। एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत फर्नीचर विधा में रोजगार के इच्छुक जिले के 32 लोगों का चयन करते हुए उन्हें ऋण मुहैया कराया जाएगा, जिससे कि वे न सिर्फ फर्नीचर व्यवसाय को विकसित कर सकें बल्कि जिले की पहचान भी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर सकें।
शासन ने हर जिले की पहचान को स्थापित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत एक उत्पाद को चयनित किया है। जिलें में पहले से ही चयनित फर्नीचर विधा में हर वित्तीय वर्ष में जरूरतमंद बेरोजगारों को रोजगार परक बनाने की पहल की जाती है, इस वित्तीय वर्ष में भी शासन ने 32 बेरोजगारों को रोजगार परक बनाने की पहल की है। योजना के तहत 18 से 40 वर्ष उम्र के हाईस्कूल पास बेरोजगारों को रोजगार परक बनाए जाने की पहल की जानी है। ऋण प्राप्त करने के इच्छुक बेरोजगार diupmsme.upsdc.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों को पात्रता पूरा करने संबंधी शपथपत्र भी देना होगा। उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के सहायक प्रबंधक मनीष कुमार जैसवार ने कहा कि ओडीओपी योजना के तहत जिले के 32 जरूरतमंदों को फर्नीचर विधा में प्रोत्साहित किया जाएगा। योजना के तहत 80 लाख की मार्जिन मनी प्राप्त हुई है। इच्छुक जरूरतमंद अपना ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करें।
योजना के तहत निर्धारित ऋण व अनुदान की सीमा
फर्नीचर उद्यम की स्थापना के लिए 25 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक का ऋण तक दिए जाने की व्यवस्था इस योजना में की गई है। 25 लाख तक के स्वीकृत परियोजना लागत में 25 प्रतिशत या अधिकतम सवा छह लाख की वित्त पोषण सहायता प्रदान की जाएगी। 50 लाख तक की परियोजना लागत का 20 प्रतिशत या अधिकतम सवा छह लाख तथा डेढ़ करोड़ तक की परियोजना लागत का 10 प्रतिशत या अधिकतम दस लाख की वित्त पोषण सहायता प्रदान की जाएगी।
- ओडीओपी के तहत फर्नीचर व्यवसाय के लिए ऋण व अनुदान देने की है योजना
संवाद न्यूज एजेंसी
महराजगंज। जिले में फर्नीचर कारोबार को बढ़ावा देने की पहल होगी। एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत फर्नीचर विधा में रोजगार के इच्छुक जिले के 32 लोगों का चयन करते हुए उन्हें ऋण मुहैया कराया जाएगा, जिससे कि वे न सिर्फ फर्नीचर व्यवसाय को विकसित कर सकें बल्कि जिले की पहचान भी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर सकें।
शासन ने हर जिले की पहचान को स्थापित करने के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत एक उत्पाद को चयनित किया है। जिलें में पहले से ही चयनित फर्नीचर विधा में हर वित्तीय वर्ष में जरूरतमंद बेरोजगारों को रोजगार परक बनाने की पहल की जाती है, इस वित्तीय वर्ष में भी शासन ने 32 बेरोजगारों को रोजगार परक बनाने की पहल की है। योजना के तहत 18 से 40 वर्ष उम्र के हाईस्कूल पास बेरोजगारों को रोजगार परक बनाए जाने की पहल की जानी है। ऋण प्राप्त करने के इच्छुक बेरोजगार diupmsme.upsdc.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों को पात्रता पूरा करने संबंधी शपथपत्र भी देना होगा। उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के सहायक प्रबंधक मनीष कुमार जैसवार ने कहा कि ओडीओपी योजना के तहत जिले के 32 जरूरतमंदों को फर्नीचर विधा में प्रोत्साहित किया जाएगा। योजना के तहत 80 लाख की मार्जिन मनी प्राप्त हुई है। इच्छुक जरूरतमंद अपना ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करें।
योजना के तहत निर्धारित ऋण व अनुदान की सीमा
फर्नीचर उद्यम की स्थापना के लिए 25 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक का ऋण तक दिए जाने की व्यवस्था इस योजना में की गई है। 25 लाख तक के स्वीकृत परियोजना लागत में 25 प्रतिशत या अधिकतम सवा छह लाख की वित्त पोषण सहायता प्रदान की जाएगी। 50 लाख तक की परियोजना लागत का 20 प्रतिशत या अधिकतम सवा छह लाख तथा डेढ़ करोड़ तक की परियोजना लागत का 10 प्रतिशत या अधिकतम दस लाख की वित्त पोषण सहायता प्रदान की जाएगी।
फर्नीचर व्यवसाय में प्रोत्साहित होंगे 32 जरूरतमंद - अमर उजाला
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