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ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन को बढ़ावा देने एवं स्वरोजगार अपनाने के लिए हरियाणा सरकार पशुपालकों को 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। पशुपालकों को बिना किसी सिक्योरिटी के व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण दिया जा रहा है।
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मतलौडा पशु चिकित्सालय के डॉ. माणिक पंवार ने सोमवार को क्षेत्र के पशुपालकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि एससी श्रेणी के पशुपालकों को भेड़ बकरी पालन में 15 मादा एवं एक नर पर 98 हजार रुपये का ऋण दिया जा रहा है। इस पर 90 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। डेयरी चलाने के लिए 2 से 3 दुधारू पशुओं के लिए डेढ़ से 2 लाख रुपये तक ऋण दिया जा रहा है। जिस पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। इसी श्रेणी में को सूअर पालन पर 10 मादा एवं एक नर के लिए 99600 रुपये का ऋण दिया जा रहा है, जिस पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। सामान्य श्रेणी में सूअर की 10 मादा एवं एक नर और भेड़ बकरियों पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। इसी श्रेणी में 4 से 50 भैंसों तक 3 से 37 लाख रुपये का लोन दिया जा रहा है।
मतलौडा पशु चिकित्सालय के डॉ. माणिक पंवार ने सोमवार को क्षेत्र के पशुपालकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि एससी श्रेणी के पशुपालकों को भेड़ बकरी पालन में 15 मादा एवं एक नर पर 98 हजार रुपये का ऋण दिया जा रहा है। इस पर 90 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। डेयरी चलाने के लिए 2 से 3 दुधारू पशुओं के लिए डेढ़ से 2 लाख रुपये तक ऋण दिया जा रहा है। जिस पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। इसी श्रेणी में को सूअर पालन पर 10 मादा एवं एक नर के लिए 99600 रुपये का ऋण दिया जा रहा है, जिस पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। सामान्य श्रेणी में सूअर की 10 मादा एवं एक नर और भेड़ बकरियों पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। इसी श्रेणी में 4 से 50 भैंसों तक 3 से 37 लाख रुपये का लोन दिया जा रहा है।
अब पशुपालन व्यवसाय करने पर 90 प्रतिशत तक सब्सिडी - अमर उजाला
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