झुमरी तिलैया प्रतिनिधि
केंद्र सरकार द्वारा स्वर्ण आभूषणों पर लगाया गया एचयूआईडी कानून के खिलाफ देश भर में एक दिनी हड़ताल के आह्वान पर जिले में भी सर्राफा व्यवसाय संघ के बैनर तले सभी ज्वेलर्स दुकानें, शोरूम और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद रहे। जिले में सर्राफा व्यवसाय संघ के आह्वान पर हुए बंद का व्यापक असर देखा गया। एक तरफ झुमरीतिलैया शहर में लगभग एक सौ जेवर की दुकानें बंद रही,तो पूरे जिले में करीब 300 दुकानें प्रभावित हुई। इसके अलावा कारीगरों के सभी प्रकार के यूनिट भी बंद रहे। सर्राफा व्यवसाई संघ अध्यक्ष नरेंद्र प्रकाश आर्य और उपाध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद ने बताया कि सरकार के द्वारा हॉल मार्किंग का हम सभी ने खुलकर स्वागत किया है और उसके अनुसार कार्य कर भी रहे हैं। लेकिन एचयूआईडी पूरे स्वर्ण व्यवसाई के लिए एक काला कानून है,जिसका हम सभी पुरजोर विरोध करते हैं और कानून को वापस लेने की मांग करते है। उन्होंने कहा यह कानून बहुत ही जटिल और धीमी है। इससे पूरा कारोबार ठप हो जाएगा। लाखों व्यवसाइयों और कारीगरों का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा। इस कानून के लागू होने से ग्राहकों को भी नुकशान झेलना पड़ेगा। सोने की शुद्धता पर भी प्रश्न चिन्ह लग जाएगा। हड़ताल को सफल बनाने में दशरथ वर्मा,अरविंद भदानी,संतोष सोनी,अशोक कुमार,अजीत बर्मन,सतीश कुमार,रूपेश वर्मा,राजकुमार बर्णवाल,अंशु बडगवे,मोनू वर्मा,मनोज बरहपुरिया,अनूप केशरी आदि शामिल थे।
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एचयूआईडी स्वर्ण व्यवसाय के लिए काला कानून: संघ - Hindustan हिंदी
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