![](https://amritvichar.com/wp-content/uploads/2022/06/Capture-630-780x470.jpg)
अमृत विचार, बरेली। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के एग्री बिजनेस इन्कुबेशन केंद्र की ओर से सोमवार को सूकर पालन पर उद्यमिता विकास के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिक पद्धतियों के आधार पर सूकर पालन करने पर किसानों की आय दोगुनी होने के संबंध में जानकारी दी गई।
Advertisement
प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पशुधन उत्पादन व प्रबन्धन के प्रभारी डा. जीके गौड़ ने कहा ने कहा कि सूकर पालन में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं आवश्यकता है कि इसको वैज्ञानिक तरीके से किया जाएं। उन्होंने कहा कि देश में मांस का उत्पादन लगभग 8.5 मिलियन टन है तथा इसमें आधा मिलियन टन मांस सूकर से आता है। उन्होंने कहा कि सूकर पालन को व्यवसाय के रूप में बनाने के लिए हमें मुख्य चार चीजों का विशेष ध्यान रखना होगा जिसमें ब्रीडिंग अर्थात अच्छे सूकरों की ब्रीड का चयन करें, फीडिंग- सूकरों को अच्छा एवं संतुलित आहार दें, हिडिंग- अच्छा एवं वैज्ञानिक ढंग से सूकर प्रबन्धन करें तो लाभ अवश्य होगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के चार राज्यों दिल्ली, बिहार, आन्ध्र प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के 12 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।कार्यक्रम का संचालन एबीआई केंद्र प्रधान अन्वेषक डा. बबलू कुमार द्वारा किया गया। जबकि सूकर प्रक्षेत्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. अनुज चौहान ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संकाय सदस्यों डा. मुकेश सिंह, डा. सुनील जाधव, डा. दिनेश कुमार एवं डा. उज्जवल कुमार डे समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें- निजी अस्पताल में बच्चे की मौत, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए किया हंगामा
बरेली: वैज्ञानिक विधियों से सूकर व्यवसाय से होगी किसानों की दोगुना आय - Amrit Vichar
Read More
No comments:
Post a Comment