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सड़क पर बेचे जाने वाला माल थोड़ा निम्न स्तर का होता है, लेकिन यह समझने के लिए ग्राहक तैयार नहीं होते
लगेज व्यवसाय से जुड़े सूरत के कारोबारी महेंद्र सुखलाल शाह कहते हैं कि लगेज से संबंधित व्यापार पिछले कई सालों से बहुत प्रभावित हुआ है कारण कि जो माल हम
शोरूम और दुकान में बेच रहे हैं, वही माल सड़क पर बेचा जा रहा है। हालांकि सड़क पर बेचे जाने वाला माल थोड़ा निम्न स्तर का होता है, लेकिन यह समझने के लिए ग्राहक तैयार नहीं होते। उनको सामान सस्ता मिलता है तो वह वहीं खरीदना चाहते हैं। अब ग्राहकों को बनाये रखने के लिए हमें भी उनकी ही कीमत के आसपास अपना भी सामान बेचना पड़ता है। उन्हीं की कीमत में बेचकर कर जीएसटी भी भरना है, जिससे हमारा मुनाफा काफी कम हो जाता है.
उधना स्टेशन के सामने मातेश्वरी ट्रेडर्स के संचालक महेन्द्र भाई ने बताया कि रोड़ पर बेचने वाले किसी प्रकार की जीएसटी वगैरह नहीं भरते जबकि हमें उन्हीं की कीमत में बेचकर कर जीएसटी भी भरना है, जिससे हमारा मुनाफा काफी कम हो जाता है। यही हाल पिछले कई सालों से है। दिन भर तकरीबन 8 से 10 ग्राहक ही आते हैं और उसमें खर्चा निकालना भी मुश्किल हो रहा है। लगेज का व्यापार स्वयं महेंद्र भाई पिछले 22 सालों से कर रहे हैं, जबकि इनके पिता सुखलाल शाह इसी स्थान पर पिछले 45 सालों से इसी व्यवसाय से जुड़े रहे हैं। इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी व्यापार में हाल उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
कोरोना से पूर्व व्यापार बहुत अच्छा था
महेंद्र भाई बताते हैं कि कोरोना से पूर्व व्यापार बहुत अच्छा था, जबकि कोरोना काल में नाम मात्र का व्यवसाय था। इसके बाद थोड़ा अच्छा रहा, लेकिन हाल में ऑनलाइन व्यापार की वजह से भारी कठिनाई हो रही है। ग्राहक जब आते हैं तब हम रेट बोलते हैं तो वह ऑनलाइन मिलान कर लेते हैं और दिखाते हैं कि देखो ऑनलाइन का यह रेट है। जबकि ऑनलाइन पर जो दिखाया गया, उस वस्तु की साइज छोटी रहती है, लेकिन ग्राहक की समझ में नहीं आता। उन्होंने लोगों को ऑनलाइन का व्यापार बहुत सोच समझकर करने की सलाह दी.
आगामी समय में ग्राहकों के लिए सुझाव देते हुए महेंद्र भाई ने कहा कि भले ही लोग डिजिटल खरीदारी करें, ऑनलाइन कोई वस्तु मंगवाए, लेकिन वह वस्तु हमारे देश में बनी हो तो केंद्र सरकार की ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए बेहतर होगा। साथ ही उन्होंने कहा स्वदेशी वस्तुओं की ओर लोगों का रुझान होगा तो केन्द्र सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बल मिलेगा। उन्होंने लोगों को ऑनलाइन का व्यापार बहुत सोच समझकर करने की सलाह दी।
सूरत : डीजीटलीकरण का बढ़ता प्रचलन लगेज व्यवसाय के लिए बेहतर - Loktej
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