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करनाल। जाट भवन में एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस सेंटर योजना के अंतर्गत शुक्रवार को आधुनिक डेयरी प्रबंधन विषय पर चल रहे प्रशिक्षण के अंतिम दिन डेयरी संचालन कर आत्मनिर्भर बनने की जानकारी दी गई। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एसके हंदूजा ने कहा कि पशुपालन व्यवसाय आधुनिकता के साथ यह व्यवसाय भी आधुनिक रूप ले चुका है। केंद्र सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है।
सेक्टर 12 स्थित जाट भवन के सभागार में एग्री क्लीनिक एवं एग्री बिजनेस सेंटर योजना के अंतर्गत आधुनिक डेयरी प्रबंधन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हो गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे एलडीएम एसके हंदूजा ने विभिन्न राज्यों से आए प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को इस प्रमाण पत्र से बैंकों में ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी।
आयोजक डॉ. हैरी डेयरी एंड अलाइड कंसलटेंसी सर्विसेज के डीएवी कॉलेज रोड स्थित कार्यालय एवं प्रशिक्षण केंद्र पर अनुभव साझा किए। ये युवा प्रतिभागी राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में पहुंचे और कैटल यार्ड तथा दूध प्रसंस्करण इकाई का भ्रमण किया। अमूल धारूहेड़ा इकाई के पूर्व महाप्रबंधक अशोक राव ने कहा कि भविष्य में बड़ी डेयरियां ऑनलाइन आपसे जुड़ेंगी और फैट बेस की बजाय गुणवत्ता आधार पर दूध की पेमेंट करेंगी।
विशिष्ट अतिथि महेश माने व विशिष्ट अतिथि जय बजरंग प्रतिष्ठान उत्तरप्रदेश के नोडल अधिकारी डॉ. जयकुमार श्योराण ने भी विचार रखे। इसमें एनडीआरआई के पूर्व सीटीओ डॉ. केपीएस तोमर, डॉ. सत्यपाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पीएस ओबराय, एनडीआरआई कैटल यार्ड प्रभारी, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एसएस लठवाल, डॉ. मोहर सिंह, डॉ. बृजकिशोर यादव, डॉ. महेंद्र सिंह ने विचार रखे।
पशुपालन व्यवसाय अपनाएं युवा : हंदूजा - अमर उजाला
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