जयपुर7 घंटे पहले
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- सीएम अशोक गहलोत व उद्योग मंत्री शकंुतला रावत से फोर्टी की मांग
आर्थिक विकास पर विपरीत असर पड़ेगा। फोर्टी के मुख्य सचिव गिरधारी खंडेलवाल का कहना है कि महंगी बिजली से दूसरे राज्यों की तुलना में उत्पादन महंगा पड़ता है, इससे उत्पाद भी महंगे हो जातें हैं। राजस्थान उत्पादन के मामले में दूसरे राज्यों पिछड़ जाएगा। इसके मद्देनजर सीएम गहलोत को उद्योग व व्यवसाय को भी फ्यूल सरचार्ज से मुक्त करना चाहिए।
जयपुर | घरेलू व कृषि उपभोक्ताओं के बिजली बिल में फ्यूल सरचार्ज समाप्ति के बाद उद्योगों को भी इससे मुक्त करने की मांग तेज हो गई है। इसके लिए उद्योग संगठन फेडरेशन अॉफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उद्योग मंत्री शकुंतला रावत को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि बिजली बिल में 52 पैसे प्रति यूनिट के सरचार्ज से व्यवसाय व उद्योगों की लागत बढ़ गई है।
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहा कि पहले से ही राजस्थान देश में सबसे महंगी बिजली वाले राज्यों में शामिल है। पानी की कमी आैर जमीन महंगी है। इसके मद्देनजर बिजली महंगी होने पर औद्योगिक निवेश नहीं होगा। यदि सरकार को सरचार्ज वापस लेना था तो सभी तरह के उपभोक्ताओं के बिजली के बिल को इससे मुक्त करना था।
केवल व्यवसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं पर पूरा भार डालना उचित नहीं है। इसका प्रदेश के आर्थिक विकास पर विपरीत असर पड़ेगा। फोर्टी के मुख्य सचिव गिरधारी खंडेलवाल का कहना है कि महंगी बिजली से दूसरे राज्यों की तुलना में उत्पादन महंगा पड़ता है, इससे उत्पाद भी महंगे हो जातें हैं। राजस्थान उत्पादन के मामले में दूसरे राज्यों पिछड़ जाएगा। इसके मद्देनजर सीएम गहलोत को उद्योग व व्यवसाय को भी फ्यूल सरचार्ज से मुक्त करना चाहिए।
जयपुर | घरेलू व कृषि उपभोक्ताओं के बिजली बिल में फ्यूल सरचार्ज समाप्ति के बाद उद्योगों को भी इससे मुक्त करने की मांग तेज हो गई है। इसके लिए उद्योग संगठन फेडरेशन अॉफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उद्योग मंत्री शकुंतला रावत को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि बिजली बिल में 52 पैसे प्रति यूनिट के सरचार्ज से व्यवसाय
व्यवसाय व उद्योग को मिले फ्यूल सरचार्ज से मुक्ति - Dainik Bhaskar
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