Publish Date: | Thu, 01 Apr 2021 08:46 PM (IST)
मुलताई (नवदुनिया न्यूज)। साहब ! यदि हमारा पैतृक व्यवसाय ही बंद हो जाएगा तो हम क्या करेंगे। कैसे अपनी आजीविका चलाएंगे। क्योंकि अधिकांश लोग सिर्फ यही कार्य करना जानते हैं इसके अलावा कुछ ेनहीं। यह गुहार थी सभी अवसरों पर बैंड बाजे बजाने वाले लोगों की जिनका व्यवसाय कोरोना संक्रमण काल में प्रशासन के नियमों से पूरी तरह प्रभावित हो गया है। नगर के समाजसेवी बब्बल सेवतकर तथा नरेन्द्र गिरी सहित अन्य लोगों के नेतृत्व में बैंड बाजा संघ द्वारा अपनी समस्या अधिकारियों के समक्ष रखी गई। बैंड पार्टी के बीरबल, सुनील, जगदीश सहित अन्य लोगों ने बताया कि बैंड बाजे के साथ ही वे घोड़ी तथा लाइटिंग का भी कार्य करते हैं जिससे उनका पूरा परिवार चलता है। कोरोना काल में प्रशासन द्वारा सख्त नियम करने से अब शादी के सीजन में भी उन्हें रोजगार ेनहीं मिल रहा है जिससे उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ सकती है। बैंड बाजा वालों ने कहा कि विगत एक वर्ष से यही स्थिति बनी हुई है जिससे उनके फांके मारने की नौबत आ चुकी है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि हम प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए अपना कार्य करेंगे तथा समय सीमा में ही बैंड बाजे बजाएंगे इसलिए उन्हें आगामी दो माह के लिए बैंड बाजार बजाने तथा घोड़ी, लाइटिंग आदि के लिए अनुमति प्रदान की जाए ।
टेंट व्यवसायियों ने भी सौंपा ज्ञापनः
इधर टेंट, साऊंड, कैटरिंग, हलवाई, लाइटिंग, बग्गी सहित आर्केस्ट्रा के कलाकारों द्वारा सार्वजनिक आयोजनों में कम से कम 500 लोगों की अनुमति देने की प्रशासन से मांग की गई है। ब्लाक टेंट साऊंड एसोसिएशन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि विगत एक वर्ष से वे जैसे-तैसे कम कार्यक्रमों से जीवन यापन कर रहे हैं यदि अभी भी वैसी ही नौबत आएगी तो उनके सामने इच्छामृत्यु के अलावा और कोई विकल्प ेनहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन का वे अपने व्यवसायों में सख्ती से पालन करेंगे लेकिन उन्हें रोजगार विहीन ेनहीं किया जाए।
Posted By: Nai Dunia News Network
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बैंड बाजा बजाने वालों ने कहा कि पैतृक व्यवसाय नहीं करें तो क्या करें - Nai Dunia
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