हर साल 19 मई को चीन में पर्यटन दिवस मनाया जाता है। 30 मार्च, 2011 को चीनी राज्य परिषद ने प्रस्ताव पारित कर हर साल 19 मई को चीनी पर्यटन दिवस मनाना निश्चित किया।
गौरतलब है कि यह दिवस चीन के मिंग राजवंश में महान पर्यटक, इतिहासकार और साहित्यकार शू श्याखो से जुड़ा है, क्योंकि उन्होंने 30 वर्षों में चीन के आधे से ज्यादा क्षेत्रों का दौरा किया, और पर्यटन के बारे में बहुत लेख लिखे। उनके लेखों में《थ्येनथाए पहाड़ की यात्रा》सबसे प्रसिद्ध व पुराना है। इसमें यह लिखा है कि 19 मई, 1613 को शू श्याखो ने अपनी यात्रा आरंभ की इसलिये यह दिन चीन का पर्यटन दिवस मनाना निश्चित किया गया।
वर्तमान में महामारी के कारण विभिन्न देशों को द्वार बंद करना पड़ा और पर्यटन व्यवसाय सबसे प्रभावित उद्योगों में से एक बन गयी। आखिरकार महामारी के बाद पर्यटन व्यवसाय का विकास कैसे किया जाए?
पहले, आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन और शहरों में मनोरंजन शायद दो मुख्य दिशाएं बन जाएंगी। क्योंकि आधुनिक शहरी जीवन में लोगों को बहुत तनाव व दबाव महसूस होता है। लोगों को इसे शिथिल करने के लिये एक तरीका ढूंढना चाहिये, तो आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन करना और मनोरंजन करना सबसे सुविधाजनक तरीका है।
दूसरे, सांस्कृतिक सृजन से पर्यटन में नयी शक्ति डाली जाएगी। संभ्यता और पर्यटन के मिलने-जुलने की व्यापक पृष्ठभूमि में कुछ विशेष और रचनात्मक पर्यटन उपज पैदा हुए। उदाहरण के लिये फ़ॉरबिडन सिटी का सांस्कृतिक नवाचार तो उनमें से एक है, जिसने चीनी राष्ट्र की परंपरागत सभ्यता को फैशन सौंदर्य से जोड़ दिया, ताकि वे लोगों के आधुनिक जीवन से ज्यादा नज़दीक बन सकें।
तीसरे, ऑनलाइन अनुभव एक मुख्य वाहक बन जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी के विकास से पर्यटन उद्योग को "स्मार्ट पर्यटन" के लिए एक नया खाका तैयार करने में मदद मिलेगी। नयी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण व्यापक रूप से सांस्कृतिक पर्यटन और डिजिटल अर्थव्यवस्था के गहरे एकीकरण को मजबूत करेगा। ऑनलाइन खपत, अनुभवात्मक खपत और स्मार्ट खपत भविष्य में खपत सेवा के नये पैटर्न बन जाएंगे।
(चंद्रिमा)
महामारी के बाद पर्यटन व्यवसाय को कैसे बढ़ावा दिया जाए-CRI - चाइना रेडियो इंटरनेशनल
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