![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2020/11/db_1604320813.png)
- Hindi News
- Local
- Bihar
- Bhagalpur
- Readymade Cloth Merchants Were In Depression Due To Non operation Of Business In Karonakal, Died By Consuming Poison
भागलपुर । मधेपुरा7 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- मधेपुरा के पुरैनी बाजार में था व्यवसायी का ससुराल, भागलपुर के कोतवाली इलाके की घटना
- छह साल पहले रोहित की हुई थी शादी, चचेरे भाई नितेश संथालिया ने कहा, मौत के बाद कई ने अफवाह भी उ़डाई
सूजागंज के कुंजलाल लेन निवासी रेडिमेड कपड़े के युवा व्यवसायी रोहित संथालिया (35) ने आर्थिक तंगी के कारण जहर खाकर जान दे दी। रोहित ने रविवार दोपहर में जहर खाया था। बरारी के एक प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। सोमवार सुबह में हालत बिगड़ने पर रोहित को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रोहित, कैलाश संथालिया के इकलौते पुत्र थे। राेहित की पत्नी शिवानी संथालिया के मुताबिक, कोरोना के दौर में पति का व्यवसाय नहीं चल रहा था। इससे घर की आर्थिक स्थिति खराब होने लगी थी। नतीजतन मेरे पति बराबर डिप्रेशन में रहते थे। 28 नवंबर की दोपहर में पति बाजार से घर लौटे तो लगातार उल्टियां कर रहे थे। उसे बरारी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान वहां उनकी हालत बिगड़ गई।
पति-पत्नी में था काफी प्रेम
6 साल पहले रोहित की शादी मधेपुरा के पुरैनी बाजार निवासी अशोक अग्रवाल की पुत्री शिवानी से हुई थी। शिवानी और रोहित की दो बच्ची है। रोहित की पांच बहनें हैं। अगले माह एक बहन की शादी भी होने वाली है। इस घटना से घर में मातम पसर गया। घटना की जानकारी पाकर समाज के प्रबुद्ध लोग पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाने पहुंचे। मृतक के चचेरे भाई नितेश संथालिया ने बताया कि रोहित की मौत के बाद कुछ लोगों ने कई तरह की अफवाह फैला दी थी। जबकि पति-पत्नी में काफी प्रेम था। आर्थिक तंगी के कारण मेरे भाई ने ऐसा कदम उठाया है।
3 साल पहले बदमाशों ने की थी लूटपाट
एक जनवरी 2019 को व्यवसायी रोहित संथालिया के घर बदमाशों ने लूटपाट की थी। घर से तीन लाख से अधिक के जेवर और नकदी लूट लिये थे। लुटेरों ने रोहित की की बेटी को गन प्वाइंट पर लेकर आधे घंटे तक लूटपाट की थी। इस दौरान अपनी ही पिस्तौल की गोली लगने से एक लुटेरा जख्मी हो गया था। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने वारदात में शामिल तीनों लुटेरों को गिरफ्तार किया था।
कोरोना ने कई लाेगाें के रोजगार छिने बेरोजगारी भी बनीं कारण
एक जनवरी 2021 से लेकर अब तक शहरी इलाके में कुल 26 लोगों ने आत्महत्या की है। इसमें 19 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। शहरी इलाके में आत्महत्या की घटनाएं चौगुनी रफ्तार से बढ़ी है। कोरोना और लॉकडाउन के कारण 2020 और 2021 में आत्महत्या की घटनाएं ज्यादा हुई हैं। 2019 में शहरी इलाके में मात्र 6 ने आत्महत्या की थी। जबकि 2020 में लॉकडाउन के दौरान 33 अौर 2021 में अब तक 26 ने आत्महत्या की है। आत्महत्या की बढ़ी घटनाओं के पीछे कोरोना को एक बड़ा कारण माना जा रहा है, जिसके कारण कई लाेगाें के रोजगार छिन गए। 2020 और 2021 में सबसे अधिक आत्महत्या की घटनाएं पारिवारिक विवाद में हुई है। इस साल 11 माह के दौरान 26 महिला-पुरुषों ने आत्महत्या की है। मरने वालों में 30 साल तक के 15 युवक-युवती हैं। सर्वाधिक आत्महत्या की घटनाएं पारिवारिक कलह के कारण हुई है। ये पारिवारिक विवाद काफी छोटे और मामूली हैं। फिर भी लोग इन कारणों से अपनी जान दे रहे हैं। इस साल आत्महत्या की 26 घटनाओं में 9 महिला-पुरूषों ने पारिवारिक कलह में जान दी है। जबकि 5 ने आर्थिक तंगी, 2 ने बीमारी, 2 ने प्रेम-प्रसंग और 2 ने प्रताड़ना के कारण आत्महत्या की है। आत्महत्या की 4 घटनाओं में कारण का पता नहीं चल पाया है।
घरवाले ऐसे पहचानें आत्महत्या के लक्षण
घर में परिजनों से अलग-थलग रहना ,रात में नींद कम आना या ज्यादा देर तक सोना ,चिड़चिड़ापन होना ,भूख ज्यादा या कम लगना ,किसी बात को अधिक देर तक सोचना ,यौन इच्छाओं में कमी
दुखद: काेरोनाकाल में व्यवसाय न चलने से डिप्रेशन में थे रेडिमेड कपड़ा व्यवसायी, जहर खाकर दे दी जान - दैनिक भास्कर
Read More
No comments:
Post a Comment