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Friday, March 4, 2022

फरीदा ने सोच बदलकर दिखाया जज्बा मनिहारी और किराना का व्यवसाय कर बनी आत्मनिर्भर news in hindi - palpalindia.com

अनूपपुर. मंजिलें उन्हीं को मिलते हैं, जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. घरेलू काम में व्यस्त रहने वाली महिलाएं चाहर दीवारी से निकल खुद का व्यवसाय और गांव में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों का संचालन कर रही है. यह किसी ने सोचा भी नहीं होगा, लेकिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर जिले की ग्रामीण महिलाओं ने स्वावलम्बन की मिशाल पेश की है. 

जिले के कोतमा विकासखण्ड के ग्राम बुढ़ानपुर की फरीदा बानो पति मो. रियाजुद्यीन 7 नवम्बर 2015 को जय माँ दुर्गा आजीविका स्वसहायता समूह से जुड़कर अपने परिवार को गरीबी से निकालने के लिए कुछ करने का जज्बा रख आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया. फरीदा बानो ने बताया कि स्वसहायता समूह से जुड़कर 60 हजार रुपये का ऋण लेकर किराना एवं मनिहारी के दुकान का व्यवसाय प्रारम्भ किया. अपने पैरों में खड़े होने की ललक और जीवन की सफलता को गढ़ने के लिए अपनी व्यावसायिक गतिविधि को आगे बढ़ाने के लिए चार पहिया मैजिक गाड़ी खरीदी और अपने निजी गाड़ी के सहारे आसपास के साप्ताहिक हाट बाजार में किराना एवं मनिहारी की दुकान लगाना प्रारम्भ किया, जिसका रिस्पांस अच्छा प्राप्त हुआ, और आय में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती गई. धीरे-धीरे परिवार को आर्थिक संबल मिलने लगा. इस कार्य में अपने पति का सहयोग प्राप्त किया. फुटकर किराना एवं मनिहारी के दुकान के संचालन से धीरे-धीरे वह थोक व्यापार के कार्य के लिए आगे बढ़ी. वर्तमान में वे हाट बाजार तथा फेरी कर दुकान का बेहतर संचालन कर रही हैं, जिससे उन्हें औसतन प्रतिमाह 14 से 18 हजार रुपये तक की आमदनी प्राप्त हो रही है. समूह से लिए गए ऋण एवं ब्याज नियमित रूप से देकर अपनी साख बनाई है. 

फरीदा बताती हैं कि उनके परिवार में पति के साथ ही 3 बेटियां हैं. जब परिवार के भरण-पोषण की समस्या होने लगी तो उन्होंने आर्थिक स्वावलम्बी बनने के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी ली, तो उन्हें पता चला कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित स्वसहायता समूहों से जुड़कर वह ऋण प्राप्त कर अपने निजी व्यवसाय को प्रारम्भ कर सकती हैं और उन्होंने धीरे-धीरे अपनी गतिविधियों को बढ़ाया. वह राज्य सरकार खासकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को साधुवाद देती हैं कि उनके योजनाओं का लाभ उठाकर प्रदेश में लाखों बहनें आर्थिक स्वावम्बन की राह तय कर रही हैं. कोविड काल में भी सरकार ने मदद देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग दिया है. 

वर्तमान में पूरी तरह से आत्मनिर्भर फरीदा बानो अपने किराना एवं मनिहारी के कार्य को पूरी शिद्दत से कर अपने परिवार के लालन-पालन के साथ ही तीनों बेटियों को अच्छी षिक्षा दिलाने के लिए सम्पूर्ण सहयोग कर पा रही हैं. फरीदा बानो अन्य महिलाओं को भी आर्थिक स्वावलम्बी बनाने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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