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नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात बदमाश राधे उर्फ पोलो को चरखी दादरी से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ दिल्ली में कार लूट व लूटपाट के 15 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। स्वरूप नगर में हुई लूटपाट के मामले में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। कई मामला दर्ज होने पर दिल्ली पुलिस से बचने के लिए वह चरखी दादरी चला गया था वहां वह इवेंट मैनेजमेंट का व्यवसाय चला रहा था।
क्राइम ब्रांच डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक 14 जून को को इंस्पेक्टर यशपाल सिंह और कृष्ण कुमार की टीम ने राधे को कई महीने तक जांच के बाद दबोच लिया। वह हिरंकी, दिल्ली का रहने वाला है। पुलिस से बचने के लिए वह बार-बार अपना पता बदल रहा था। द्वारका और आसपास के क्षेत्रों में कार लूटपाट, वाहन चोरी, झपटमारी और सड़कों पर बढते हालिया मामलों को देखते हुए क्राइम ब्रांच इस तरह के मामलों में संलिप्त बदमाशों का पता लगा रही थी।
तभी पुलिस टीम को राधे के बारे में जानकारी मिली। दो साल पहले राधे अपने साथियों मोनू और जेहरी के साथ स्वरूप नगर इलाके में एक होंडा सिटी कार का पीछा कर कार लूट ली थी। जांच के बाद मोनू और जहेरी को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लूटी गई कार बरामद कर ली थी।
घर में घुसकर डेढ़ करोड़ रुपये के गहने चोरी
जैतपुर थाना क्षेत्र के सिंधु फार्म इलाके में चोरों ने एक घर में घुसकर डेढ़ करोड़ रुपये के गहने उड़ा लिए। जिस वक्त चोरों ने वारदात की घर पर ताला पड़ा था। पीड़ित सुबह जब अपने घर पहुंचे तो देखा पूरे घर में सामान बिखरा पड़ा था और आलमारी से गहने गायब थे। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, बदरपुर के सिंधु फार्म इलाके में राहुल कुमार अपने परिवार समेत रहते हैं और नोएडा स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी (एमएनसी) में मैनेजर हैं। सोमवार को उनकी पत्नी मायके फरीदाबाद गई थीं।
वहीं, राहुल पल्ला स्थित अपने मामा के घर डिनर करने गए थे, लेकिन खाना खाने के बाद वह वहीं सो गए और अपने घर नहीं आए। सुबह जब वह अपने घर पहुंचे तो देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ था। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो घर के कमरे भी खुले थे। राहुल ने पुलिस को बताया कि आलमारी के दोनों लाकर टूटे हुए थे और उसमें रखे करीब डेढ़ करोड़ रुपये के गहने गायब थे। राहुल ने बताया कि इसी आलमारी में उनकी बहनों, भाई, भाभी व मां के गहने रखे थे। घर के आसपास सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण पुलिस बदमाशों का अभी तक सुराग नहीं लग सकी है।
Edited By: Vinay Kumar Tiwari
पुलिस से बचने के लिए बदल लिया व्यवसाय मगर नहीं हो पाया कामयाब, जानें क्या है एक कुख्यात बदमाश की पूरी कहानी - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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