समस्तीपुर8 घंटे पहले
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मुर्गा को चारा डालते राहुल कुमार।
मछली पालन रोजगार का बेहतर अवसर है। इसे वैज्ञानिक तौर तरीके से अपनाया जाए तो खुद के साथ कई लोगों को रोजगार भी दिया जा सकता है । आजकल तालाब के किनारे मुर्गा फॉर्म बनाने से रोजगार ज्यादा लाभदायक बन रहा है। समस्तीपुर जिले के मोहनपुर प्रखंड के आह्लादपुर निवासी 21 वर्षीय राहुल कुमार पढ़ाई के साथ-साथ मुर्गा-मछली पालन कर अच्छी मुनाफा कमा रहे हैं। वही तीन 4 चार लोगों के लिए रोजगार सृजन किए हुए हैं । राहुल कुमार बताते हैं कि मछली के साथ मुर्गा पालन करने से तलाब में पूरक आहार के खर्च में कमी आती है । इसी विधि को अपनाकर राहुल ने तालाब के किनारे आठ हजार स्क्वायर फीट में मुर्गा फार्म बनाया और करीब 2 साल से अच्छी मुनाफा कमा रहे हैं ।
मुर्गा को चारा डालते राहुल कुमार।
पढ़ाई के साथ-साथ कर रहे है व्यवसाय
इस व्यवसाय के बारे में पुछे जाने पर बताया कि यूट्यूब पर देखकर पढ़ाई के साथ-साथ 2 साल पहले से शुरू किया है । उन्होंने कहा कि इस व्यवसाय को विस्तार किया जा रहा है ताकि मुनाफे के साथ-साथ और लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए । तालाब में रूपचंद्र ,जासर, सिल्वर कार्प जैसे कम समय में अधिक बढ़ने वाली विदेशी मछली का पालन किया जा रहा है । मत्स्य पालक ने बताया की देसी मछली पालन से व्यवसाय की शुरुआत की गई थी। जिसका का बाजार के मूल्य तो ठीक-ठाक मिल रहा था। लेकिन विदेशी की तुलना में देसी मछली का बढ़ाव कम होने से मुनाफे में अंतर आ रहा था ।
मुर्गा फार्म के बगल में स्थित तालाब।
समस्तीपुर के राहुल वैज्ञानिक तरीके से करते है अच्छी कमाई: मछली- मुर्गापालन में रोजगार का है बेहतर अवसर, पढ़... - Dainik Bhaskar
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