पडरौना क्षेत्रीय कार्यालय गेट पर प्रदर्शन करते यूपी बड़ौदा बैंक के कर्मचारी।
बड़ौदा यूपी बैंक के कर्मचारी सोमवार की सुबह करीब दस बजे नगर के कुबेरस्थान रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे। वहां कार्यालय के मुख्य गेट का ताला बंद कर धरने पर बैठ गए। बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बीते दो वर्ष से बड़ौदा यूपी बैंक के किसी भी शाखा में एक भी नए कर्मचारी की नियुक्ति नहीं हुई, जबकि हर दिन बैंक के कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे हैं। इन वर्षों में बैंक का कारोबार करीब ढाई गुना बढ़ गया है। नाराज कर्मचारियों ने कहा कि बैंक का व्यवसाय बढ़ने और कर्मचारियों की कमी हाेने से मौजूद कर्मचारियों पर कार्य का दबाव दिन पर बढ़ता जा रहा है। बैंक कर्मचारी सुबह दस बजे से रात आठ बजे बैंक में कार्य कर रहे हैं। इससे कर्मचारियों में मानसिक तनाव बढ़ रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि संगठन की मांगों को पूरा करने के लिए कई बार संबंधित अधिकारियों से मांग की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कर्मचारियों को पदोन्नति एवं नई भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरा करने, कार्मिकों को अन्य राज्यों में भवन निर्माण में ऋण की सुविधा लागू करने, ग्रामीण बैंकों में प्रायोजक बैंक से प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों को वापस करने, ग्रामीण बैंकों में अनफेयर लेबर प्रैक्टिस बंद करने और प्रायोजक बैंक समान सुविधाएं एवं भत्ते कर्मिकों एवं सेवानिवृत कर्मचारियों को देने की मांग की।
इस दौरान विवेक प्रकाश, नवनीत कुमार, अनुराग सिंह, प्रवीण कुमार जायसवाल, रोहित जायसवाल, नवीन मद्धेशिया, आलोक श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, गौरव पांडेय, दिवांशु अग्रवाल, आकश सिंघल, हरिओम सोनी आदि मौजूद रहे।
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सात करोड़ रुपये का जिले में होता है व्यवसाय
कुशीनगर जिले में बड़ौदा यूपी बैंक की 56 शाखाएं संचालित होती है। सभी शाखाओं की वार्षिक आय करीब 2100 करोड़ रुपये है। इस तरह बैंक की तरफ से जिले में प्रतिदिन सात करोड़ रुपये का व्यवसाय होता है। सोमवार को बैंकिंग कार्य ठप होने से करीब सात करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित होता है। यदि बैंक कर्मियों का हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहा तो बैंक कर्मचारियों के दो दिनों के आंदोलन से बैंक का 14 करोड रुपये का व्यवसाय प्रभावित हो जाएगा।
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खाली हाथ लौटे बैंक गए खाताधारक
गर्मी से बढ़ने से सिंचाई के अभाव में गन्ना और धान की नर्सरी सूख रही है। इन फसलों की सिंचाई के लिए कुछ रुपयों की जरूरत थी। किसी तरह इस धूप में हिम्मत जुटा कर रुपये निकलने के लिए बैंक पहुंचे, तो बैंक में ताला लटका मिला। गेट के पास लसे पोस्टर से पता चला कि बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। किसी भी तरह का लेन देने नहीं होगा। अब खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
- सिंगहा निवासी, हरेंद्र प्रसाद, खाताधारक
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गन्ने और धान की नर्सरी में खाद डालने के लिए रुपये निकालने बैक आये थे। यहां आने पर जानकारी मिली कि बैंक कर्मचारियों के हड़ताल से बैंक बंद है। अब बिना रुपये लिए ही इस कड़ी धूप में घर वापस जा रहे हैं।
- सिंगहा निवासी, कन्यौया शर्मा, खाताधारक
Kushinagar News: हड़ताल से बड़ौदा बैंक का सात करोड़ का व्यवसाय प्रभावित - अमर उजाला
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