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अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई। Published by: Jeet Kumar Updated Fri, 16 Apr 2021 02:30 AM IST
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देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना ने बीते साल की याद ताजा कर दी है। मुंबई के दफ्तरों में खाने की टिफिन पहुंचाने वाले डिब्बावालों पर कोरोना संक्रमण का कहर टूट पड़ा है। करीब 4700 डिब्बावालों का व्यवसाय चौपट हो चुका है और उनका रोजगार छिन चुका है। मैनेजमेंट गुरु कहे जाने वाले डिब्बावालों ने अब संकट से उबरने के लिए राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
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मुंबई के डिब्बावालों के नेता विष्णु कालडोके का कहना है कि मुंबई में 5000 डिब्बावाले हैं। पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण घोषित लॉकडाउन में डिब्बावालों का व्यवसाय चौपट हो गया। कुल 5000 डिब्बावालों में से 500 लोग ही इस व्यवसाय में रह गए।
इस साल जनवरी के बाद कोरोना संक्रमण कम होने के बाद उम्मीद थी कि डिब्बावालों का व्यवसाय फिर से शुरू हो सकेगा। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर आने से अब 200 से 250 डिब्बावालों ही शेष बचे हैं। ऐसे में राज्य सरकार से हमारी मांग है कि बदहाल डिब्बावालों की आर्थिक मदद की जाए।
व्यवसाय चौपट : कोरोना ने छीना मुंबई के 4700 डिब्बावालों का रोजगार - अमर उजाला
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