![](https://spiderimg.amarujala.com/assets/images/750x506/default_500.png)
ख़बर सुनें
मिर्जापुर। लगन के मौसम में कोरोना महामारी के चलते कैंसिल हो रही शादियों के चलते कार डेकोरेशन, स्टेज, मंडप, माला-फूल, दूल्हे के मौर व साफा आदि व्यवसाय पर ग्रहण लगा हुआ है। कोरोना कर्फ्यू के चलते नगर के वासलीगंज, मुकेरी बाजार, धुंधी कटरा व त्रिमोहानी आदि इलाकों स्थित ऐसे दुकानों के शटर बंद हैं।
विज्ञापन
व्यवसाय में लगे दुकानदारों व कारीगरों की मानें तो पिछले वर्ष तैयार माल ज्यों के त्यों पड़े हैं। आइटम तैयार करने में लगे कारीगरों को एडवांस में पैसा दे दिया गया। कोरोना कर्फ्यू के चलते खुद का मेहनताना मिलने को कौन कहे दुकानों के किराया तक नहीं निकल पा रहे हैं। लगभग दो वर्षों से व्यवसाय जोर नहीं पकड़ रहा है। व्यवसाय में लगे दुकानदारों का कहना है कि पिछला लगन तो संपूर्ण लॉकडाउन में बीत गया। इस वर्ष मई महीने में शुरू हुए लगन से उम्मीद तो जगी थी लेकिन कोरोना कर्फ्यू के चलते इस वर्ष भी व्यवसाय पर ग्रहण लग गया। नाममात्र ग्रामीण क्षेत्रों से कुछ लगन मिले तो थे। लेकिन अधिकांश शादियों के निरस्त हो जाने से व्यवसाय जोर नहीं पकड़ रहा।
व्यवसाय में लगे दुकानदारों व कारीगरों की मानें तो पिछले वर्ष तैयार माल ज्यों के त्यों पड़े हैं। आइटम तैयार करने में लगे कारीगरों को एडवांस में पैसा दे दिया गया। कोरोना कर्फ्यू के चलते खुद का मेहनताना मिलने को कौन कहे दुकानों के किराया तक नहीं निकल पा रहे हैं। लगभग दो वर्षों से व्यवसाय जोर नहीं पकड़ रहा है। व्यवसाय में लगे दुकानदारों का कहना है कि पिछला लगन तो संपूर्ण लॉकडाउन में बीत गया। इस वर्ष मई महीने में शुरू हुए लगन से उम्मीद तो जगी थी लेकिन कोरोना कर्फ्यू के चलते इस वर्ष भी व्यवसाय पर ग्रहण लग गया। नाममात्र ग्रामीण क्षेत्रों से कुछ लगन मिले तो थे। लेकिन अधिकांश शादियों के निरस्त हो जाने से व्यवसाय जोर नहीं पकड़ रहा।
दुल्हे के मौर व साफा आदि व्यवसाय पर ग्रहण - अमर उजाला
Read More
No comments:
Post a Comment