अम्बेडकरनगर। यूं तो कोरोना वैश्विक महामारी घोषित है। महामारी से बचाव के लिए सब कुछ बंद है। इससे सभी तरह के व्यवसाय चौपट हो गए हैं। कुछ व्यवसाय के तो कल ठीक हो जाने की उम्मीद है, लेकिन कई ऐसे भी व्यवसाय हैं जो सीजनल होते हैं। सीजन में ही कोरोना का असर तेज हो जाने पर सीजनल व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गए हैं। इसमें शादी विवाह समारोहों से जुड़े व्यवसाय शामिल हैं।
कोरोना ने मैरिज हॉल व होटल कारोबारियों की कमर तोड़ दी है। लगातार दूसरे साल दो तिहाई से अधिक शादियां कैंसिल हो गईं। इससे मैरिज हाल, लॉन, गार्डेन, होटल के कारोबार ठप हो गए हैं। आलम यह है कि इस कारोबार से जुड़े लोगों को अपने कर्मचारियों का खर्च उठा पाना मुश्किल हो गया है। जिला मुख्यालय के ही इस होटल से जुड़े लोगों के करीब तीन सौ बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं। मैरेज हाल और जाने से एडवांस में ली गई रकम को वापस करने के लाले पड़ गए हैं। रिप्लेस बुकिंग में समस्या है। एक ही डेट पर बुकिंग करने की चाह में समस्या आ रही है।
बढ़ रहा है ब्याज और कर्ज: जिला मुख्यालय नगर अकबरपुर में तीन दर्जन से अधिक मैरिज हाल हैं। लगातार दूसरे साल इन मैरिज हालों में चंद शादी के समारोह ही आयोजित हुए हैं। कई का निर्माण बैंक से लोन लेकर किया गया है और बुकिंग न होने से कर्मचारियों को कर्ज लेकर वेतन दिया जा रहा है। ऐसे में न तो बैंक के के ऋण की किस्त जमा हो पा रही है और कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने के लिए लिए जा रहे कर्ज का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। इससे सभी संचालक परेशान है। कई तो बैंक की करार के चलते व्यवसाय से ही तौबा करने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।
बड़े हाल के विकल्प में बने छोटे हाल: प्रदेश सरकार की ओर से शादी समारोहों में शिरकत करने वालों की गाइडलाइन में कई चरणों में बदलाव किया है। बदलाव के बाद अब केवल 25 लोगों के ही समारोह में शामिल होने की अनुमति है। ऐसे में जो लोग शादियां कैंसिल नहीं किए हैं वह बड़े होटल व मैरिज हाल के स्थान पर छोटे हाल को विकल्प के तौर पर बुक कर जैसे-तैसे शादियां संपन्न करा रहे हैं। नगर के शहजादपुर के एक मैरिज हाल के संचालक चौधरी उत्तम सिंह ने बताया कि करीब छह माह पहले पहले की 21 मई की बुकिंग बीते दिनों कैंसिल हो गई थी। खास बात यह है कि वह शादी कैंसिल भी नहीं हुई। बगल के ही एक छोटे हाल में उसी तिथि यानि बीते शुक्रवार को संपन्न भी हो गई। ऐसे में समझा जा सकता है कि मेरे जैसे बड़े हाल के कारोबार वालों के लिए कोरोना काल था और अब उनके व्यवसाय के लिए ही काल बन गया है।
संक्रमण की चपेट में है मैरिज हाल व्यवसाय - Hindustan हिंदी
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