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ऐतिहासिक देकुली धाम स्थित भुवनेश्वर महादेव मंदिर में इस साल भी कोरोना महामारी को लेकर श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होने से लगभग दो करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित होगा। श्रावणी मेला के दौरान स्थानीय लोगों के अलावा दूसरे जिला एवं नेपाल से भारी संख्या में श्रद्धालु एवं कांवरिया यहां पहुंचकर जलाभिषेक करते थे। श्रावण माह में पूरे महीने मंदिर में लोगों के आने का सिलसिला जारी रहता था। खासकर सावन माह के प्रत्येक सोमवार को हजारों की संख्या में लोग पूजा अर्चना करने आते थे। मेला में आने वाले लोग पूजा के बाद देकुली धाम का दही चिउरा खाना तथा प्रसाद के रूप में मूढी जिलेबी खरीदना नहीं भूलते। इस साल मेला नहीं लगने से परिसर में लगे एक दर्जन ऐसे दुकानों का व्यवसाय ठप रहेगा। मेला परिसर में शृंगार सामग्री, लोहे एवं काष्ठ की बनी सामग्री, पूजन सामग्री की दुकानों पर प्रत्येक रविवार एवं सोमवार को लाखों रूपये की बिक्री होती थी। इसी तरह क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक ऐसे माली हैं, जो श्रद्धालुओं को फूल माला तथा जलबोझी पात्र उपलब्ध कराते हैं। इससे उन्हें अच्छी आमदनी होती थी। वहीं मंदिर परिसर में पूजा पाठ, मुंडन तथा छठी पूजा के लिए पंडितों तथा मंदिर प्रबंधन को आय होता था। कई ऐसे पंडित, माली तथा दुकानदार हैं, जिनकी आय का साधन देकुली धाम में लगने वाला मेला है।
देकुली धाम में मेला नहीं लगने से व्यवसाय प्रभावित - Hindustan हिंदी
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