ग्वालियर2 घंटे पहले
- पुलिस ने किया धोखाधड़ी का मामला दर्ज
ग्वालियर में मदद के नाम पर दोस्त ने ठेकेदार को 12 लाख रुपए की चपत लगा दी। घटना इंदरगंज के डीडी मॉल पार्किंग की है। घटना का पता उस समय चला जब पैसे देने का समय आया तो दोस्त गायब हो गया। जब उसके बतौर सिक्युरिटी दिए चेक बैंक में लगाए तो बाउंस हो गए। अपने स्तर पर पता लगाने के बाद भी जब दोस्त नहीं मिला तो ठेकेदार ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित शब्द प्रताप आश्रम निवासी विनय दीक्षित पुत्र सुनील दीक्षित ठेकेदार है। उनकी मित्रता शुभम अपार्टमेंट निवासी प्रवीण रेनवाल से थी। चार साल पहले प्रवीण ने विनय को बताया कि उसे अपना व्यवसाय शुरू करना है। इसके लिए उसे कुछ मदद की जरूरत है। दोस्ती गहरी होने के कारण वह भी उसकी मदद के लिए तैयार हो गए और पहली बार में पांच लाख रुपए दिए। इसके बदले में प्रवीण ने गारंटी के तौर पर एक चेक विनय को दिया था।
फिर मांगे सात लाख
पांच लाख लेने के कुछ ही दिन बाद प्रवीण ने काम को गति देने के नाम पर सात लाख रुपए की और मांग की, जिसे उन्होंने पूरा किया और इसकी गारंटी में भी उन्होंने चेक दिया था। साथ ही वादा किया था कि एक साल में वह उनके रुपए वापस कर देगा।
नहीं लौटाए रुपए चेक हुए बाउंस
एक साल का समय पूरा होने के बाद जब उन्होंने रुपए की मांग की तो दो माह का समय मांगा। इसके बाद जब दो माह पूरे हुए तो फिर नया वादा कर दिया और दो माह पूरे होने से पहले ही गायब हो गया। कई बार संपर्क और तलाश करने का प्रयास किया, लेकिन कोई संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद विनय ने प्रवीण द्वारा दिए चेक बैंक में लगाए तो वह भी बाउंस हो गए। ठगी का अहसास होते ही पीडि़त ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर ठगी का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
दोस्त ने ठेकेदार को लगाया चूना: व्यवसाय को आगे बढ़ाने दोस्त से लिए थे 12 लाख रुपए फिर लौटाए ही नहीं - Dainik Bhaskar
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