Rechercher dans ce blog

Friday, April 14, 2023

फर्जीवाड़ा: फैमिली आईडी में बदलते थे व्यवसाय, पता और बैंक अकाउंट जैसी जानकारियां, 2 सीएससी संचालकों सहित 7 प... - Dainik Bhaskar

  • Hindi News
  • Local
  • Haryana
  • Hisar
  • Information Like Business, Address And Bank Account Used To Change In Family ID, Case Filed Against 7 Including 2 CSC Operators

हिसार2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

परिवार पहचान पत्र से छेड़छाड़ कर बदलाव करने वाले सीएससी सेंटर संचालकों के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। आईडी में फेरबदल के बदले में 2 हजार से 3 हजार रुपए लेते थे। मामला संज्ञान में आया तो अतिरिक्त उपायुक्त नीरज कुमार ने पूरे मामले की जांच की थी। इस दौरान कई आईडी खंगाली तो जांच गिरोह का पर्दाफाश हो गया।

प्रकरण में एडीसी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दो सीएचसी संचालकों सहित 7 के खिलाफ आईटी एक्ट सहित 10 अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इनमें कुंदनपुरा वासी सीएससी संचालक अमित कुमार, सीएससी संचालक प्रभुवाला सुनील कुमार, उकलाना वासी प्रदीप श्योराण, बरबाला वासी अमित, नारनौंद वासी सुनील, फतेहाबाद के समैण वासी जगदीश, तिब्बी वासी सुरेंद्र शामिल हैं। मामले में तीन आरोपियों की पुलिस ने काबू किया है। जबकि अन्य को काबू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

आरोप साबित होने पर हो सकती है 10 साल की कैद और भरना पड़ सकता है 50 लाख का जुर्माना

एडीसी नीरज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि परिवार पहचान पत्र में हरियाणा सरकार ने कुछ गतिविधियां प्रतिबंधित की हैं और उनका निपटान मुख्यालय द्वारा ही किया जाता है। जिसमें कि बैंक अकाउंट अपडेशन, व्यवसाय बदलना, रिहायश बदलना, फैमिली आईडी में परिवार को विभाजित करना आदि है। परंतु पिछले कुछ समय से उकलाना कुंदनपुरा में एक सीएससी ऑपरेटर अमित कुमार विभाग द्वारा प्रतिबंधित मॉडयूल में छेड़छाड़ कर रहा था। इन गतिविधियों में कई अन्य सीएससी संचालक भी शामिल है। उसके बाद प्रकरण की जाच शुरू की गई। तो पूरा मामला सामने आ गया।

जांच में सीएससी संचालक अमित कुमार से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पीपीपी में व्यवसाय बदलने का कार्य प्रभुवाला का सीएससी संचालक सुनील कुमार, प्रदीप सहारण, अमित बरवाला और सोनू नारनौंद द्वारा किया जाता है। अमित बरवाला से लेबर कॉपी का कार्य, सोनू नारनौंद से आईडी विभाजित करने का कार्य और प्रदीप श्योराण से कंस्ट्रक्शन वर्क का कार्य करवाता है। फैमिली आईडी में अलग करने व बदलने का कार्य जगदीश समैण से भी करवाता है।

क्रिड के अधिकारी की जांच में सुरेंद्र और सुनील के नाम सामने आए

अमित द्वारा किए गए परिवार पहचान पत्रों में छेड़छाड़ पर क्रिड के अधिकारी अरुण ने जांच की तो पता चला कि कुछ पीपीपी में सुरेंद्र निवासी फतेहबाद व सुनील कुमार निवासी प्रभुवाला द्वारा छेड़छाड़ की जा रही है। इसलिए इसकी गंभीर जांच की जरूरत है ताकि पूरी गैंग का खुलासा हो सके। परिवार पहचान पत्र से छेड़छाड़ के एवज में अलग अलग धाराओं के तहत आरोपियों को 10 साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही 50 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।

2-3 हजार लेते थे और बदल देते थे जानकारियां

फैमिली आईडी फेरबदल का मामला सामने आने के बाद कुछ फैमिली आईडी की जांच की गई। जैसे कि सीएससी संचालक अमित कुमार ने सुरती देवी का व्यवसाय कंस्ट्रक्शन वर्क किया । इसी फैमिली आईडी को विभाजित किया गया। जब अशोक कुमार से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अमित कुमार ने कंस्ट्रक्शन वर्क के लिए तीन हजार तथा फैमिली आईडी को विभाजित करने के लिए दो हजार रुपए लिए थे।

सीएससी संचालक अमित खुद बरवाला को लेबर कॉपी अप्रूव करवाने के बदले में 1500 रुपए देता था। जबकि लोगों से फैमिली आईडी अलग करवाने के लिए 1800 रुपए लेता था और वह 1500 रुपए आगे देता था। फैमिली आईडी में मेंबर से डिलीट करने के लिए वह लोगों से 700 रुपए लेता था और आगे 500 रुपए देता था।

खबरें और भी हैं...

Adblock test (Why?)


फर्जीवाड़ा: फैमिली आईडी में बदलते थे व्यवसाय, पता और बैंक अकाउंट जैसी जानकारियां, 2 सीएससी संचालकों सहित 7 प... - Dainik Bhaskar
Read More

No comments:

Post a Comment

सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन करेंगे हनुमान, पप्पू व छोटेलाल का होगा खुद का व्यवसाय - Patrika News

[unable to retrieve full-text content] सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन करेंगे हनुमान, पप्पू व छोटेलाल का होगा खुद का व्यवसाय    Patrika New...