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Sunday, February 27, 2022

Horoscope February 28: राजसत्‍ता पक्ष , पिता के स्‍वास्‍थ्‍य, व्‍यवसाय के लिए बहुत अच्‍छा नहीं है समय , इन 3 र - Daily News

ग्रहों की स्थिति-राहु वृषभ राशि में हैं। केतु वृश्चिक राशि में हैं। बुध, शुक्र, मंगल, शनि और चंद्रमा मकर राशि में हैं। गुरु और सूर्य कुंभ राशि में हैं। यह पांच ग्रहों का जो जमावड़ा लगा है वो ठीक नहीं है। यह सरकारी तंत्र के लिए, राजसत्‍ता पक्ष के लिए, पिता के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए, व्‍यवसाय के लिए बहुत अच्‍छा नहीं है।

राशिफल-

मेष-किसी भी नए व्‍यवसाय की अभी शुरुआत न करें। पिता के स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। कोर्ट-कचहरी से बचें। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा। प्रेम की स्थिति अच्‍छी है। व्‍यापार भी आपका मध्‍यम गति से आगे चलेगा। पीली वस्‍तु पास रखें।

वृषभ-अपमानित होने का भय है। यात्रा में कष्‍ट की आशंका है। स्‍वास्‍थ्‍य करीब-करीब ठीक है। प्रेम की स्थिति मध्‍यम, व्‍यापारिक दृष्टिकोण से सही रहेंगे। पीली वस्‍तु का दान करें।

मिथुन-चोट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। परिस्थितियां अचानक प्रतिकूल हो गई हैं। थोड़ा बचकर पार करें। प्रेम, संतान, स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से करीब-करीब ठीक रहेंगे। शनिदेव की अराधना करते रहें।

कर्क-जीवनसाथी के स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। व्‍यापार में थोड़ी उठा-पटक के संकेत हैं। बहुत अच्‍छी स्थिति नहीं है। मन संकुल नहीं रहेगा। डिप्रेशन का अनुभव कर सकते हैं। व्‍यापार, स्‍वास्‍थ्‍य और प्रेम की स्थिति मध्‍यम है। कुल मिलाकर आपको होशियारी से चलता है। गणेश जी की अराधना करते रहें।

सिंह-शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे लेकिन कई शत्रु अचानक से खड़े हो जाएंगे। शमन भी हो जाएगा लेकिन डिस्‍टर्बिंग रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक-ठाक है। प्रेम की स्थिति काफी अच्‍छी है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से थोड़ा ऊपर-नीचे रहेगा। शनि तत्‍व का दान करें।

कन्‍या-मन बहुत सारी चीजों में उलझा रहेगा। प्रेम के कई विकल्‍पों में से सही-गलत के चक्‍कर में बहुत परेशान रहेंगे। विद्यार्थियों के सामने बहुत स्‍पष्‍टता नहीं रहेगी। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापार करीब-करीब ठीक रहेगा। गणेश जी की अराधना करते रहें।

तुला-घर में बहुत तरह की चीजें चलती रहेंगी। इसमें सकारात्‍मक-नकारात्‍मक, अच्‍छी-बुरी हर तरह की चीजें होंगी। वाहन, भूमि के लिए स्‍पष्‍टता नहीं रहेगी। असमंजस की स्थिति रहेगी। मन थोड़ा परेशान रहेगा। सीने में विकार की आशंका है। रक्‍तचाप अनियमित हो सकता है। व्‍यापार रुक-रुक कर चलता रहेगा। शनिदेव की अराधना करते रहें।

वृश्चिक-पराक्रम रंग लाएगा। कई तरह के व्‍यापारिक दृष्टिकोण से आपके सामने चीजें आएंगी जो सही भी हैं। बस नाक-कान-गला की परेशानी और अपनों के स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान रखें। प्रेम, व्‍यापार आपका सही चलता रहेगा। मां काली की अराधना करते रहें।

धनु-पूंजी निवेश न करें। जुआ, सट्टा, लॉटरी में पैसे न लगाएं। आज के दिन किसी को पैसे न दें। लौटकर आना मुश्किल हो जाएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्‍वास्‍थ्‍य की स्थिति लेकिन मुख रोग के शिकार हो सकते हैं। प्रेम की स्थिति अच्‍छी है। व्‍यापार भी ठीक रहेगा। बजरंग बली की अराधना करते रहें।

मकर-कई तरह की मानसिक और शारीरिक स्थिति का सामना करना पड़ेगा। यह सकारात्‍मक-नकारात्‍मक दोनों तरह की होगी। असमंजस की स्थिति बनी रहेगी। प्रेम की स्थिति में पहले से सुधार है। व्‍यापारिक स्थिति में भी सुधार है। एक-दो दिन जरा सामंजस्‍य बिठाने में दिक्‍कत होगी। मां काली की अराधना करते रहें।

कुंभ-कई तरह के खर्च मन को तोड़ेंगे। सिरदर्द, नेत्रपीड़ा, खर्च की अधिकता कर्ज की स्थिति आ सकती है। मानसिक परेशानी घेरे रहेगी आपको। स्‍वास्‍थ्‍य करीब-करीब ठीक है। प्रेम मध्‍यम, व्‍यापार भी मध्‍यम दिख रहा है। सूर्यदेव को जल देते रहें।

मीन-स्थिति ठीक कही जाएगी। किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। शुभता में खर्च हो रहा है। आय में आशातीत बढ़ोत्‍तरी हो रही है। कई मार्ग से पैसे आ रहे हैं। बस ध्‍यान रखें कि गलत स्रोत से पैसे न आएं। भगवान शिव की अराधना करते रहें।

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Saturday, February 26, 2022

पोषण व्यवसाय एवं स्वरोजगार पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

Author: JagranPublish Date: Sat, 26 Feb 2022 07:57 PM (IST)Updated Date: Sat, 26 Feb 2022 07:57 PM (IST)

संवाद सहयोगी, राठ : ब्रह्मानंद महाविद्यालय की गृह विज्ञान संकाय में पोषण व्यवसाय एवं स्वरोजगार पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया है। समारोह में मुख्य अतिथि विधायक मनीषा अनुरागी, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर इंद्रपाल सिंह ने स्वामी ब्रह्मानंद के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम की संयोजिका डा. शीला सिंह ने सभी छात्राओं के कार्य की प्रशंसा की एवं उनके उत्साह को बढ़ाया। डा.राकेश शर्मा ने छात्राओं को शिक्षा के माध्यम से एक अच्छे इंसान बनने की सीख दी एवं स्वरोजगार अपनाने की बात कही। डा. नरेश कुमार सिंह ने छात्रों को स्वावलंबी होने की शिक्षा दी। पूर्व प्राचार्य डा. सुरेंद्र सिंह जी ने छात्राओं को नैतिक मूल्यों के साथ देश हित में कार्य करने की बात कही। इस मौके पर महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रोफ़ेसर हल्के प्रसाद, डा.वरुण कुमार सिंह, डा.केराम, डा.राम सुभग सिंह, डा.शैलेंद्र गंगवार, डा. मोतीलाल, विधायक प्रतिनिधि भरत अनुरागी मौजूद रहे। संचालन डा.कमलेश राजपूत सह संयोजिका एवं प्रियंका श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान छात्राओं द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के व्यंजन आदि का परीक्षण किया।

Edited By: Jagran

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Friday, February 25, 2022

नान ट्रेड के विरोध में सीमेंट व्यवसाय बंद रखेंगे व्यापारी - Nai Dunia

Publish Date: | Fri, 25 Feb 2022 08:44 PM (IST)

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिला सीमेंट एवं लोहा व्यापारी संघ ने नान ट्रेड सीमेंट के विरोध में लंबे समय से मोर्चा खोला हुआ है। पूर्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही है जिसके विरोध में वह फिर से विरोध के लिए एकजुट हुए हैं। नान ट्रेड के विरोध में सीमेंट व्यवसाय बंद रखने का निर्णय सीमेंट व्यापारियों ने लिया है। शनिवार से तीन दिन 26, 27 व 28 फरवरी को अपना व्यापार बंद रखते हुए अपना विरोध दर्ज कराएंगे। व्यापारी संघ ने प्रेसवार्ता कर अपनी कई मांगें रखी जिसमें उन्होंने बताया कि जिले में पिछले एक साल से सीमेंट कंपनियों द्वारा नान ट्रेड सीमेंट ग्राहकों तक आसानी से उपयोग के लिए पहुंच रही है, उस पर किसी भी प्रकार का अंकुश नहीं लग पाया है। इसके विरोध में सब डीलर एवं विक्रेताओं द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि सभी व्यापारी 26, 27, 28 फरवरी को किसी भी प्रकार का सीमेंट का विक्रय दुकानों से नहीं करेंगे। संघ के सदस्यों ने बताया कि इस नान ट्रेड के विरोध में जो गलत तरीके से आम उपभोक्ता तक सीमेंट पहुंच रही है इसके लिए सभी कंपनियों को 2 से 3 बार पत्र भी दे चुके है लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ट्रेड सीमेंट एवं नान ट्रेड सीमेंट की कीमत में वर्तमान समय में 90 रुपये प्रति बोरी से ऊपर का अंतर होने के कारण कई ठेकेदार अपने नाम से सीमेंट बुलाकर आम उपभोक्ताओं को बेच रहे है इससे ट्रेड का व्यापार तो बहुत प्रभावित हो रहा है साथ शासन को भी करोड़ों रुपये की राजस्व की हानि हो रही है। नान ट्रेड सीमेंट शासकीय कार्यों के लिए दी जाती है लेकिन कंपनियों द्वारा बड़े बिल्डर्स, कोलोनाइर एवं छोटे-छोटे ठेकेदारों को भी नान ट्रेड सीमेंट देना शुरु कर दिया है। ऐसे ठेकेदार 25 से 30 रुपये प्रति बोरी अधिक लेकर ग्राहकों को सीधे सीमेंट पहुंचा रहे है। संघ के सदस्यों ने बताया कि कोरोना काल के कारण हमारा व्यापार काफी कम हो गया है उबरने का समय ही नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में नान ट्रेड के सीमेंट के कारण व्यापार आधा भी नहीं बचा है जबकि नान ट्रेड का व्यापार कई गुना बढ़ गया है। प्रेसवार्जा के दौरान जिला सीमेंट एवं लोहा व्यापारी संघ के सदस्य उपस्थित थे।

Posted By: Nai Dunia News Network

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Thursday, February 24, 2022

लिक पथ से सुविधा ही नहीं, पर्यटन व व्यवसाय का भी होगा विकास - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

Author: JagranPublish Date: Thu, 24 Feb 2022 11:52 PM (IST)Updated Date: Thu, 24 Feb 2022 11:52 PM (IST)

जागरण संवाददाता, मुंगेर : मुंगेर-खगड़िया श्रीकृष्ण सेतु से शहर को जोड़ने के लिए लिक पथ की मांग को लेकर समाज के प्रबुद्ध लोग पूरी तरह गोलबंद हो रहे हैं। इन्होंने कहा कि एप्रोच रोड से लिक पथ आने वाले समय की मांग है। इससे न सिर्फ जिला मुख्यालय में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि शहर में व्यवसाय को भी गति मिलेगी। इसके लिए सरकार को शीघ्र पहल करना चाहिए। लिक पथ नहीं रहने से शहर के लोगों को पांच से सात किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी करनी पड़ती है। खगड़िया, बेगूसराय, कोसी, सीमांचल व मिथिलांचल के लोगो को भी लिक पथ से मुंगेर शहर आने की सुविधा सुलभ होगी। दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे शहर को मिले श्रीकृष्ण सेतु से लिक पथ अभियान का समर्थन करते हुए इन लोगों ने पथ निर्माण विभाग व प्रशासन से इस समस्या का हल जल्द से जल्द निकालने की बात कही है।

कोट

सेतु के एप्रोच पथ से शहर को लिक रोड मिल जाए तो लोगों यात्रा और सुरक्षित हो जाएगी। लोगों के समय की काफी बचत होगी। एप्रोच पथ व पुल को जाम की समस्या से निजात मिलेगा। जिला मुख्यालय के पर्यटन स्थ्लों तक लोगों को पहुंच पाने में सहुलियत होगी। व्यापार को भी गति मिलेगा। रवींद्र प्रसाद सिंह, समाजसेवी बिदवारा मुंगेर शहर को सेतु के कनेक्टिविटी मिल जाए तो लोगों को अतिरिक्त पांच किलोमीटर तय कर पुल पर पहुंचने में समय की बचत होगी। रात देर रात भी लोग शहर पहुंचने में सुरक्षित महसूस करेंगे। पर्यटकों के साथ आम लोगों को भी सुविधा होगी। शिक्षा,स्वास्थ्य आदि सेवा और अधिक सुलभ हो सकेगा। अवनी पटेल, समाजसेवी, नारायण कालोनी लिक पथ का निर्माण काला पत्थर के पास हो तो मोहली ,शकरपुर, मय दरियापुर आदि गांवो के करीब 30 हजार लोगों को फायदा होगा। अभी लोगों को सात किलोमीटर अतिरिक्त घूम कर पुल पर जाना पड़ता है। सीताकुंड, चंडिका स्थान, सहित अन्य जगहों पर यहां से आने जाने में लोगों को सुविधा मिलेगी। सूरज कुमार, पूर्व आर्मी शंकरपुर

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चंडिका स्थान लिक रोड के लिए उपयुक्त जगह है। यहां से यदि संपर्क पथ दिया जाता है तो कम दूरी तय करके गंगा पार कर लोग मुंगेर शहर आ सकते हैं। शहर से भी लोग आसानी से पुल के रास्ते गंगा पार जा सकते हैं। समय और दूरी की बचत के लिए यह जरूरी है कि यहां पर संपर्क पथ का निर्माण हो। संजय शाह, पूरबसराय

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चंडिका स्थान, लाल दरवाजा व नंदलालपुर के पास लिक रोड जरूरी है। इससे शहर के लोगो को काफी सहूलियत होगी। लाल दरवाजा से कम समय में लोग कमिश्नरी व कोर्ट-कचहरी पहुंच सकते हैं। लोग आसान तरीके से कम समय में पुल से इस पार से उस पार आ जा सकेंगे। छोटे व्यापारी को व्यापार करने में सहूलियत होगी। मु. चांद आलम, दिलावरपुर

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चैंबर आफ कामर्स ने मंत्री को लिखा पत्र मुंगेर चैंबर आफ कामर्स ने गुरुवार को श्रीकृष्ण सेतु के एप्रोच पथ से लिक रोड की मांग के लिए राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को पत्र लिखा है। अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल व सचिव रविशंकर प्रसाद ने संयुक्त रूप से दिए पत्र में मंत्री को अवगत कराया कि यदि लाल दरवाजा के पास अस्थाई पहुंच पथ चंडिका स्थान के पहुंच पथ से जोड़ दिया जाए तो मुंगेर-खगड़िया -बरौनी व बेगूसराय के व्यवसायियों का बाजार से सीधा संपर्क हो सकेगा। अप-डाउन में 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। तारापीठ व कामख्या शक्तिपीठ की तरह चंडिका स्थान का भी विकास संभव हो सकेगा।

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Wednesday, February 23, 2022

सीहोर: स्वनिधि योजना ने बदली नितिन की जिंदगी, फलों का व्यवसाय कर कमा रहे हजारों रुपये - अमर उजाला

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीहोर Published by: अंकिता विश्वकर्मा Updated Wed, 23 Feb 2022 12:22 PM IST

सार

सीहोर जिले में रहने वाले नितिन महोबिया का जीवन पीएम स्वनिधि योजना से संवर गया, उन्होंने 10 हजार रुपये का लोन लेकर फलों का व्यवसाय किया और अब हर महीने करीब 10 हजार रुपये कमा रहे हैं।

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विस्तार

सीहोर के सुदामा नगर में रहने वाले नितिन महोबिया फलों का व्यवसाय कर अपना घर चलाया करते हैं, लेकिन कोरोना काल में उनके सामने जीवन यापन करना मुश्किल हो गया था। लॉकडाउन के दौरान नितिन ने किसी तरह बचत के पैसों से गुजारा किया, लेकिन अनलॉक होने के बाद उनके पास दोबारा फलों का व्यवसाय शुरू करने के लिए पैसे नहीं थे।  
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अपना रोजगार शुरू करने के लिए नितिन ने काफी प्रयास किए, जिसके बाद एक दिन उन्हें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की जानकारी मिली। पीएम स्वानिधि योजना के तहत नितिन ने नगर पालिका के माध्यम से मिलने वाले 10 हजार रुपये का लोन लेकर फिर से अपना फलों का व्यवसाय शुरू किया और अब वो अपना परिवार अच्छे से चला पा रहे हैं। नितिन ने बिना ब्याज के मिले 10 हजार रुपये के लोन से धंधा शुरू किया और कुछ ही दिनों में अपना लोन चुका दिया, जिसके बाद उन्हें 20 हजार का लोन मिला। 

नितिन फलों की दुकान से हर महीने करीब 10 हजार रुपये कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में उनके जनधन खाते में 500 रुपये प्रतिमाह सहायता और नि:शुल्क राशन भी मिला है। नितिन ने बुरे वक्त में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया। 

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War | कई देशों के लिए युद्ध व्यवसाय - सच कहूँ

Ukraine Weapons

यदि कूटनीति अन्य साधनों के माध्यम से किया जानेवाला युद्ध है, तो युद्ध कपटपूर्ण साधनों से बड़ी कमाई करना है। जब कूटनीति असफल हो जाती है और राष्ट्रों के बीच युद्ध छिड़ जाता है, तो हथियार कारोबारी, निमार्ता और सरकार की ओर से माहौल बनानेवाले अंधेरे तहखाने से बाहर निकलते हैं और कमाई के लिए मौत की मशीनें बेचते हैं। उनकी कीमत अरबों में होती है और उसे दुख व मौत से चुकाया जाता है।

अब जब तालिबान अपनी बंदूकों और विचारों के साथ लौट आये हैं, ऐसा लगता है कि कालाबाजारी से खरीदे गये हथियारों से लड़ा गया आतंक के विरुद्ध युद्ध थम-सा गया है। साल 1939 के बाद पहली बार यूरोप को युद्ध की कगार पर लानेवाला रूस-यूक्रेन तनाव हथियार कारोबार से जुड़ा सबसे कपटी प्रकरण है। इसके खिलाड़ी रूस और अमेरिकानीत नाटो हैं। अधिकतर नाटो देशों में बड़ी हथियार कंपनियां हैं, जो ऐसे देशों को साजो-सामान निर्यात करती हैं, जिन्होंने न कभी युद्ध लड़ा है और न ही भविष्य में ऐसा होने की संभावना है। संघर्ष भौगोलिक सीमाएं बदल देता है और युद्ध साम्राज्य के धन को कई गुना बढ़ा देता है।

सैन्य खर्च के मामले में 2020 में अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा देश था। चीन और पाकिस्तान के साथ भारत का हमेशा से अघोषित शीत युद्ध रहा है, पर कारगिल के बाद इसका कोई संघर्ष नहीं हुआ है। फिर भी भारत का रक्षा व्यय लगभग 75 अरब डॉलर हो चुका है, जो 2016 में 56 अरब डॉलर था। वैश्विक सैन्य खर्च में अमेरिका की 39 फीसदी, चीन की 13 फीसदी और भारत की 3.7 फीसदी हिस्सेदारी रही थी। अमेरिका ने लोकतंत्र की रक्षा के नाम पर अफगानिस्तान और पश्चिमी एशिया में युद्धों पर खरबों डॉलर खर्च किया है। अफगानिस्तान में वह जिन लोगों को खत्म करना चाहता था, उन्हीं के पास ढेर सारे हथियार और लड़ाकू जहाज छोड़कर अफगानिस्तान से उसे शर्मिंदगी के साथ पीछे हटना पड़ा।

युद्ध और जनसंहार बहुत लाभप्रद व्यवसाय है। निजी सुरक्षा कंपनियां आतंकियों और छोटी सरकारों से लड़ने के लिए पूर्व सैनिकों को नियुक्त करते हैं। निजी सैन्य व सुरक्षा कंपनियों के बनाये समूहों को शोधकर्ता अदृश्य सेना की संज्ञा देते हैं। माना जाता है कि निजी सेनाओं का कारोबार 200 अरब डॉलर का है। साल 2011 में अमेरिका ने देश के बाहर ऐसी तैनातियों पर 120 अरब डॉलर से अधिक खर्च किया था। लगता है कि जब सीमा पर तैनात सैनिक नशे में होते हैं या सोये होते हैं या उन्हें घूस दे दी जाती है, तब दुनियाभर में आतंकियों को हथियार पहुंचाये जाते हैं। युद्ध ऐसा कारोबार है, जो कभी सोता नहीं है।

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Tuesday, February 22, 2022

मधुमक्खी पालक व्यवसाय के उत्थान के लिए प्रदेश में नया मिशन लागू : जोगिद्र बिसला - दैनिक जागरण

Author: JagranPublish Date: Tue, 22 Feb 2022 06:59 PM (IST)Updated Date: Tue, 22 Feb 2022 06:59 PM (IST)

जागरण संवाददाता, करनाल : जिला बागवानी अधिकारी जोगिद्र बिसला ने कहा कि पारंपरिक खेती के साथ ही बदलते परिवेश में किसान अब मधुमक्खी पालन को अपनाकर आर्थिक रूप से संपन्न हो सकते हैं। इस संबंध में राज्य सरकार ने मधुमक्खी पालकों व शहद के व्यवसाय के उत्थान के लिए प्रदेश में राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन व हनी मिशन (एनबीएचएम) शुरू किया गया है, जिसका किसान ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार मधुमक्खी पालकों व शहद के व्यवसाय के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन व हनी मिशन के अंतर्गत मधुमक्खी पालन, संवर्धन प्रोजेक्टस पर अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है।

अनुदान राशि देकर किया जा रहा है प्रोत्साहित

जिला बागवानी अधिकारी जोगिद्र बिसला ने बताया कि मधुमक्खी पालन उपकरणों की निर्माण इकाई मद में 20 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम आठ लाख रुपये प्रति परियोजना की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। इसी प्रकार से प्रति परियोजना पर पालकों को पंजीकरण एवं बीमा की सुविधा दी गई है। उन्होंने बताया कि कस्टम हायरिग केंद्र मद में 75 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 25 लाख रुपये प्रति परियोजना, प्रशिक्षण 200 घंटे के लिए (25 प्रतिभागी प्रति बैच) मद में कौशल विकास के मापदंडों के अनुसार 800 रुपये प्रतिदिन, प्रतिभागी, शहद और उत्पादों का संग्रह, व्यापार, ब्रांडिग, विपणन आदि केंद्र मद में 30 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 30 लाख रुपये प्रति परियोजना, शहद और अन्य प्रसंस्करण इकाइयां, प्लांट मद में 500 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 300 लाख रुपये प्रति परियोजना, शहद और अन्य मधुमक्खी, शीत भंडारण आदि मद में 80 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 40 लाख रुपये प्रति परियोजना तथा टेस्टिग लैब मद में 100 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 50 लाख रुपये प्रति परियोजना की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालक बी ब्रीडर्स, मधुमक्खी कालोनियों, मधुमक्खी के बक्से (सुपर सहित), मधुमक्खी पान उपकरण व प्रशिक्षण के लिए एमआइडीएच योजना के अंदर लाभ ले सकते हैं। उपरोक्त योजना का लाभ लेने व अधिक जानकारी के लिए किसान, मधुमक्खी पालक अपने संबंधित जिला उद्यान अधिकारी एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।

Edited By: Jagran

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शिक्षा पर पाश्चात्य दृष्टिकोण व्यवसाय व लाभ से प्रेरित : भागवत - ThePrint Hindi

उज्जैन, 22 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि शिक्षा के बारे में प्रचलित पश्चिमी सोच व्यवसायोन्मुखी है और वे भारतीय शिक्षा प्रणाली को तीन हजार अरब डॉलर का क्षेत्र मानते हैं।

भागवत यहां मध्य प्रदेश में आरएसएस की शिक्षा शाखा विद्या भारती के क्षेत्रीय कार्यालय सम्राट विक्रमादित्य भवन के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। यह भवन शिक्षकों के प्रशिक्षण और अनुसंधान केंद्र के रुप में काम करेगा।

आरएसएस प्रमुख ने कहा, “शिक्षा और स्वास्थ्य अब भोजन, कपड़े और घर के साथ बुनियादी जरुरतों का हिस्सा हैं। लोग खुद को भूखा रखकर और किराए के आवास में रह कर भी अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करते हैं।”

उन्होंने कहा कि शिक्षा के बारे में पश्चिमी व्यापार-उन्मुख विचार इन दिनों प्रचलित है और वे भारतीय शिक्षा प्रणाली को तीन हजार अरब डॉलर का मानते हैं।

भागवत ने कहा कि उनका (पश्चिम का) मानना है कि यह एक लाभदायक क्षेत्र है और आपूर्ति बढ़ाकर लाभ कमाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हालांकि, विद्या भारती जो देश में स्कूलों का एक विशाल नेटवर्क चलाती है, लाभ के बारे में बात नहीं करती है और हर भारतीय को शिक्षा देने का काम करती है।

सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के मालवा प्रांत के सचिव प्रकाश धनगर ने कहा कि नए स्थापित केंद्र में हर साल 20 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे शिक्षण के दौरान आने वाली चुनौतियों पर भी शोध करेंगे।

भाषा सं दिमो नोमान

नोमान

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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Monday, February 21, 2022

मच्छली पालन बेहतर व्यवसाय, किसानों को इसे अपनाना चाहिए: कृषि मंत्री - Zee News Hindi

नवीन शर्मा/भिवानीः प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे मच्छली पालन के व्यवसाय को अपनाएं. वर्तमान समय में मच्छली पालन बेहतर व्यवसाय है. उन्होंने कहा कि भिवानी में 25 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पशु मेला आयोजित किया जाएगा. प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 27 फरवरी को मेले के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे.

पशुपालक किसानों के लिए मिल का पत्थर होगा साबित

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मेले में पशुपालन के अलावा कृषि और बागवानी व मत्स्य पालन से संबंधित भी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी. मछली पालन के लिए सरकार द्वारा 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है. युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं, जिनमें मच्छली पालन मुख्य है. उन्होंने कहा कि खारे पानी में झींगा पालन बेहतर आय व रोजगार देता है.

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उन्होंने आगे कहा कि मच्छली पालन में चार महीने में मच्छली तैयार हो जाती है. गांव गरवा में मत्स्य पालन केंद्र बनने के बाद युवाओं को मच्छली पालन से संबंधित जानकारी मिलेगी. यह क्षेत्र मच्छली पालन हब बनेगा. उन्होंने कहा कि करीब ढ़ाई एकड़ में एक यूनिट स्थापित की जाती है. इस तरह की लोहारू क्षेत्र में एक हजार यूनिट स्थापित करवाई जाएंगी.

मच्छली पालन से लाखों रुपए की आय संभव

कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि गरीब से गरीब व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का पूरा हक मिले. भाजपा सरकार जनहित में विश्वास करती है. सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है. सरकार गांवों में भी शहरों की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया करवा रही है. सरकार किसान की आय बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है. कोरोना काल के दौरान भी किसान ने देश में अन्न भंडार भरे और भारत ने विदेशों की सहायता की.

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उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार ने देश में 80 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त में राशन वितरण करने का काम किया. यह सब विपक्ष को हजम नहीं हो रहा है. भाजपा सरकार ने कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन पर सवालिया निशान लगाने का काम किया,  जबकि भारत में बनाई गई वैक्सीन सबसे कारगर साबित हो रही है. सरकार युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी देने का काम कर रही है. परिणाम स्वरूप युवाओं में मेहनत करने के प्रति विश्वास बढ़ा है.

उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच हमेशा नकारात्मक रही है. विपक्ष हमेशा सरकार के जनहित के कार्य में रोड़ा बनने का काम कर रहा है. किसानों को फसल सिंचाई के लिए पूरा पानी मुहैया करवाया जा रहा है. इस दौरान किसानों ने मंत्री से कहा कि लोहारू हलका में अब सिंचाई पानी की कोई कमी नहीं है. इसी के साथ कृषि मंत्री ने लोगों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए.

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मच्छली पालन बेहतर व्यवसाय, किसानों को इसे अपनाना चाहिए: कृषि मंत्री - Zee News Hindi
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Saturday, February 19, 2022

Business Ideas: खेती के साथ शुरू करें ये पांच व्यवसाय, हर महीने लाखों में होगी कमाई, सरकार भी करेगी मदद - अमर उजाला

अगर आप किसान हैं और खेती के अलावा कोई फायदे वाला बिजनेस करना चाहते हैं तो ये आपके काम की खबर है। भारत में किसान अब खेती के साथ-साथ कृषि से जुड़े कुछ अन्य व्यवसायों की तरफ रुख कर रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन व्यवसाय की  लिस्ट निकाल कर लाए हैं, जिसे आप कम लागत में ही शुरू करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इन व्यवसायों के बारे में... 

मुर्गी पालन

  • आजकल अंडे और चिकन की मांग बाजार में खूब बढ़ रही है। ऐसे में मुर्गी पालन का बिजनेस आपके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। सरकार भी कई योजनाओं के माध्यम से किसानों को इस बिजनेस के लिए सब्सिडी और बैंकों से सस्ते रेट पर लोन लेने की सुविधा उपलब्ध करवाती है। आप चाहे तो कृषि के साथ ये बिजनेस शुरू कर सकते हैं।  
पशुपालन और डेयरी उद्योग
  • आजकल गांवों में डेयरी बिजनेस का काफी तेजी से विकास कर रहा है। इसके लिए सरकार की तरफ से किसानों सस्ते रेट पर लोन और सब्सिडी प्रदान की जाती है। साथ ही कई सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाएं डेयरी उद्योग के लिए 10 लाख रुपए तक की लोन सुविधा उपलब्ध कराती हैं। 
मछली पालन
  • मछली पालन बिजनेस में काफी संभावनाएं हैं। एक बार ये बिजनेस सफल हो गया तो मुनाफा भी काफी है, क्योंकि बाजार में मछली के मांस, तेल की बहुत मांग रहती है। मछली पालन के लिए सरकार भी प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना नाम की स्कीम चला रही है। जिसके तहत किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक से तीन लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। 
बकरी पालन
  • इस व्यवसाय को बेहद कम पैसे में भी शुरू किया जा सकता है। साथ ही इसके रखरखाव में गाय और भैंसों के मुकाबले बेहद कम खर्च आता है। बकरी पालन दो उद्देश्यों से किया जाता है। एक मांस के लिए तथा दूसरा दूध के लिए। इस वजह से बकरी पालन के व्यवसाव में डबल मुनाफा कमाने का मौका मिल जाता है। 
मधुमक्खी पालन
  • मधुमक्खी पालन से भी आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए उद्यान विभाग की तरफ से कई संस्थानों द्वारा मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके साथ ही केंद्र सरकार भी मधुमक्खी पालन पर 80 से 85 प्रतिशत तक सब्सिडी देती है।  

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भभुआ: रामगढ़ में शहद की खेती में मुजफ्फरपुर के व्यवसायी डाल रहे मिठास का घोल, व्यवसाय से जुड़े कई परिवार - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

Author: Prashant Kumar PandeyPublish Date: Sat, 19 Feb 2022 05:43 PM (IST)Updated Date: Sat, 19 Feb 2022 05:43 PM (IST)

 संवाद सूत्र, रामगढ़: रामगढ़ प्रखंड क्षेत्र के कई जगहों पर लोग मधुमक्खी पालन का व्यवसाय कर समृद्धि की राह अख्तियार कर चुके हैं। मुजफ्फरपुर के व्यवसायी शहद की खेती में मिठास का घोल डाल स्वावलंबन का रास्ता दिखा रहें हैं। समय की बचत के साथ कम खर्च कर मधुमक्खी पालकों ने शहद का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बनने का रास्ता खोज लिया है। दो माह की मेहनत में पूरे वर्ष तक बैठकर खाने की जुगत कर लोगों को स्वावलंबी बनाने में यह व्यवसायी उपयोगी साबित हो रहा है। 

मोहनियां बक्सर पथ पर पनसेरवां गांव के समीप मुख्य सड़क के किनारे शहद की मिठास की बह रही खुशबू से हर कोई वाकिफ हो रहा है। प्रतिदिन लोग यहां सुबह शाम पहुंच कर शहद का उत्पादन देखने पहुंचते हैं तथा मशीन से निचोड़े गए शहद के रस का सेवन करते हैं। इसके लिए इन किसानों को मंडी की तलाश नहीं करनी पड़ती है।मुजफ्फरपुर और बाराबंकी से डीलर आकर यहां से शहद का उठाव करते हैं। मौसम जब मदमस्त रहता है तो उसका उत्पादन दोगुना होता है। 

मुजफ्फरपुर जिले के सरैयां गांव निवासी रंजीत साहनी, रमेश कुमार व रामप्रसाद इसका मजा चख चुके हैं। वे प्रत्येक साल जिले के किसी न किसी जगह पर अपना कारोबार शुरू करते हैं। इस बार मोहनियां बक्सर पथ पर पनसेरवां गांव के समीप मुख्य सड़क किनारे आकर शहद का उत्पादन कर रहे हैं। सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं रहने पर कुछ महीनों के लिए किराए पर भूमि लेते हैं।

एक बक्सा से दो माह में 15 किलो निकलता है शहद

सरसों जब फूल लेना शुरू कर देता है, उसी समय से मधुमक्खी अपना प्रोडक्शन शुरू कर देती है। इन किसानों ने शहद के उत्पादन के लिए 250 बक्सा लगाया है। प्रत्येक बक्से में एक रानी होती है। मौसम सही रहा तो 24 घंटे में दो हजार अंडा देती है। एक बक्सा से दो माह में 15 किलोग्राम शहद अनुमानतः निकलता है। दो सौ रुपए किलो की दर से व्यापारी शहद को यहीं से आकर ले जाते हैं। इन लोगों ने बताया कि बहुत से किसान अपनी फसल के इर्द-गिर्द इसकी खेती नहीं करने देना चाहते थे। 

उनकी मधुमक्खियों के रबी फसल के फूलों पर बैठने से फसल को क्षति पहुंचने का अंदेशा बना रहता था। जबकि ये प्रजातियां प्रजनन का कार्य करती है। जिससे किसानों को दोहरा फायदा होता है। आम के बौर सहित कई फल फूलों पर भी इन मधुमक्खियों से फायदा पहुंचता है। इसके लिए सामान्य मौसम होना चाहिए। न तेज हवा और न ही बादल। मौसम शुष्क होना चाहिए । शुष्क मौसम से इसकी खेती अच्छी होती है। पांच दिनों से मौसम बिल्कुल अनुकूल है। इसी तरह का मौसम बना रहे तो कई गुना लाभ किसान कमा सकता हैं।

बता दें कि सरकार द्वारा किसानों को कई तरह की तकनीकी खेती से जोड़ कर रोजगार के अवसर प्रदान करने की कोशिश हो रही है। उन्हें इसके लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। लेकिन शहद का उत्पादन करने वाले इन किसानों को सरकार द्वारा अब तक कोई सुविधा नहीं मिलने से इनलोगों में निराशा का भाव देखा जा रहा है।

मार्च महीने में चले जाते हैं किसान

इसमें जब प्रोडक्शन बंद हो जाएगा तो इन मधुमक्खियों को लेकर ये किसान दूसरे जगह निकल जाते हैं। पुर्णिया व मुजफ्फरपुर में मार्च महीने में इसका उत्पादन शुरू होता है। किसानों ने बताया कि इस शहद को कितना भी दिन रख देंगे खराब नहीं होने वाला है। कंपनी में जाते ही केमिकल के द्वारा रिफाइनरी के माध्यम से वे अपने उत्पाद का लोगो लगाकर इसे ब्रांड देते हैं। तब एक्सपायरी की तिथि निर्धारित करते हैं। यही शहद कंपनी के माध्यम से छह सौ रुपए किलो तक बिकता है

Edited By: Prashant Kumar Pandey

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डेयरी व्यवसाय के लिए किसानों को किया प्रेरित - दैनिक जागरण

Author: JagranPublish Date: Sat, 19 Feb 2022 08:07 PM (IST)Updated Date: Sat, 19 Feb 2022 08:07 PM (IST)

जागरण संवाददाता, रेवतीपुर (गाजीपुर): लाभकारी दुग्ध व्यवसाय एवं पशु प्रबंधन की ओर से क्षमता विकास परियोजना के अंतर्गत रेवतीपुर ब्लाक के पटकनिया में दो दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र आंकुसपुर के वरिष्ठ विज्ञानी एवं अध्यक्ष डा. आरसी वर्मा ने किसानों को डेयरी व्यवसाय करने का आह्वान किया। साथ ही इससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी।

केंद्र के पशुपालन विज्ञानी डा. अमरेश कुमार सिंह ने कहा कि पनीर, खोवा, घी, दही, रबड़ी आदि बनाकर दूध को खराब होने से बचा सकते हैं। बाजार में बेचकर अच्छा लाभ भी कमा सकते हैं। डेयरी व्यवसाय में सबसे ज्यादा लागत उसके चारे एवं दाने पर ही आती है। यदि पशुपालक इस लागत को कम कर लें तो दूध उत्पादन कर अच्छा पैसा बचा जा सकते हैं। हरा चारा का प्रयोग करना चाहिए। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. जेपी सिंह ने हरे चारे को अधिक से अधिक उगाने पर जोर दिया। अंत में प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। पटकनिया के नारायण मिश्रा, सुलेमान राम, महेंद्र चंद्र पांडेय, महेश्वर सिंह, कन्हैया गुप्ता, विध्याचल यादव आदि थे।

Edited By: Jagran

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Business Ideas: कम लागत में इन व्यवसाय से कमाएं शानदार मुनाफा - Krishi Jagran Hindi

इन व्यवसाय से कमाएं शानदार मुनाफा
इन व्यवसाय से कमाएं शानदार मुनाफा

भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का हमेशा महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अपनी भूमिका को निभाते हुए कृषि ने भारत की अर्थव्यवस्था को हमेशा संभाल कर रखा है और आगे भी रखता आएगा. आज भी देश की लगभग 65% आबादी कृषि कार्य पर निर्भर हैं.

यह ग्रामीण क्षेत्र में जीवनयापन का मुख्य स्त्रोत है, इसलिए इस क्षेत्र में अभी भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. कृषि का मतलब केवल फसलों की खेती ही नहीं होता है. इसमें कई और चीजें भी शामिल हैं, जैसे पशुपालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन आदि. यह बिजनेस कम लागत के साथ-साथ आसानी से की जा सकते हैं, इसलिए अगर आप भी अच्छी आय का लाभ उठाना चाहते हैं, तो यह कृषि रोजगार आपके लिए बेस्ट है.

हमने इससे पहले आपको ग्रामीण और कस्बों में कौन सा रोजगार आपके लिए बेहतर है, इसके बारे में आपको बताया था. आज इसी कड़ी में हम आपको बताएंगे कि कौन-सी खेती आपके लिए मुनाफे का सौदा है.

इस लेख में हम चर्चा करेंगे, ऐसे ही कृषि आधारित बिजनेस प्लान के बारे में. जिसको शुरु करने के लिए पूंजी बेहद कम लगती है पर इससे मुनाफा अच्छा होता है.

मशरूम की खेती

मशरूम की मांग इस दिनों बाजार में काफी अधिक देखी जा रही है. साथ हीं मशरुम की खेती कि भी इन दिनों भारी मांग है और सबसे अच्छी बात यह है कि इसे कम निवेश और कम जगह में कहीं भी शुरू किया जा सकता है. इसके लिए आप किसी मशरूम फार्मिंग सेंटर या सरकारी संस्थान से बेसिक ट्रेनिंग ले सकते हैं और कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

बांस की खेती

बांस की खेती के लिए सबसे जरुरी है जमीन की. आपको कम से कम 1-2 एकड़ जमीन की जरूरत बांस की खेती के लिए होगी, लेकिन अच्छी बात यह है कि आप बांस को आसानी से उगा सकते हैं. इसकी खेती आप शुष्क क्षेत्रों में भी आसानी से कर सकते हैं. सबसे तेजी से बढ़ने वाले पौधों में बांस भी है. इसी कारण बांस की खेती आपको बहुत कम समय में ज्यादा लाभ दे सकती है. बांस को आप थोक विक्रेताओं, भूस्वामियों, बांस के फर्नीचर कारखानों आदि को बेच कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

जैविक खाद उत्पादन

आजकल, लोग अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ पौधों के स्वास्थ्य को लेकर भी बहुत जागरूक हो गए हैं. लोग यह जान गये हैं रासायनिक खाद किस प्रकार से उनके लिये, पौधों और पर्यावरण के लिए हानिकारक है. यही वजह है कि लोग जैविक खाद को अपना रहे हैं, इसलिए आप जैविक खाद का उत्पादन शुरू कर सकते हैं, क्योंकि इसकी बहुत मांग है. इसके अलावा, यह व्यवसाय बहुत कम निवेश के साथ घर पर ही शुरू किया जा सकता है. आप  रसोई के कचरे से जैविक खाद का उत्पादन शुरू कर सकते हैं. यह बहुत ही आसान से किया जाने वाला और मुनाफे वाला सौदा है.

औषधीय खेती

कोरोना महामारी के बाद लोगों ने आयुर्वेद के महत्व को महसूस किया और अब अपने स्वास्थ्य को और भी बेहतर और इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए इसका सेवन कर रहे हैं. महामारी के दौरान जो कुछ भी हुआ उसके बाद लोग यह समझने लगे हैं कि किस प्रकार औषधीय जड़ी-बूटियां कई बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती हैं. इसलिए इसकी खेती की मांग आज के समय में कही ना कही सबसे अधिक है, इसलिए आप इसकी बागवानी अपने घरों और बगीचों में भी कर सकते हैं. लेकिन याद रखें कि इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको कुछ कानूनी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी और लाइसेंस भी प्राप्त करना होगा.

हाइड्रोपोनिक्स उपकरण स्टोर

हाइड्रोपोनिक्स खेती तकनीक धीरे-धीरे भारत में लोकप्रिय हो रहा है. अधिक से अधिक किसान इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. मूल रूप से, हाइड्रोपोनिक्स एक प्रकार की बागवानी और हाइड्रो कल्चर का एक मिश्रण है, जिसमें पानी में घुलने वाले खनिज पोषक तत्वों के घोल का उपयोग करके पौधों या फसलों को मिट्टी के बिना उगाया जाता है. बालकनी जैसी छोटी सी जगह में भी आप हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से बागवानी किया जा सकता है.

झाड़ू उत्पादन

साफ़-सफाई के लिए लगभग सभी घरों में झाड़ू का प्रयोग किया जाता है. तो इसमें कोई शक नहीं, यह एक सदाबहार व्यवसाय हो सकता है. झाड़ू को मकई की भूसी, नारियल के रेशे, बाल, प्लास्टिक और कुछ धातु के तारों से तैयार किया जा सकता है. उत्पादन की प्रक्रिया भी बहुत सरल है, और आप इस व्यवसाय को बहुत कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं.

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Thursday, February 17, 2022

कारोबार में तरक्की और लाभ देंगे ये काम, मनचाहा पैसा आएगा आपके पास - Punjab Kesari

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Astrological remedies for business growth: आज के युग में अधिकांश लोग नौकरी की अपेक्षा व्यापार तथा व्यवसाय करना अधिक पसंद करते हैं। इसका कारण यह है कि नौकरी से जहां सीमित और निर्धारित धन प्राप्त होता है, वहीं व्यापार-व्यवसाय से अपार धन लाभ तथा उसके विस्तार की संभावना रहती है। इसीलिए लोग अपने व्यापार-व्यवसाय को जमाने और उसकी प्रगति के लिए अथक प्रयास एवं उपाय करते हैं लेकिन अनेक लोग सभी प्रकार के क्रियाकलापों तथा विभिन्न हथकंडों को अपनाने के बावजूद व्यवसाय या व्यापार में सफल नहीं हो पाते। कई तो निराश होकर उसे बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति में आप यहां प्रस्तुत किए जा रहे उपाय आजमा कर अपने व्यापार एवं व्यवसाय को चमका सकते हैं। इन से कार्यस्थल, दुकान या फैक्टरी आदि की उत्तरोत्तर उन्नति का विकास होने लगता है।

PunjabKesari Vyapar vridhi Upay

होली के अवसर पर नए चमकीले लाल कपड़े में गुलाल रख कर पोटली बनाकर तिजोरी में रखें। व्यवसाय में धन लाभ होगा।

श्री यंत्र को कमलगट्टे की माला पर स्थापित किया जाए तो व्यापार एवं व्यवसाय का विस्तार होने लगता है।

सुबह दुकान खोलने के बाद लक्ष्मी जी के चित्र को धूप दिखाकर प्रणाम किया जाए तो अवश्य ही बिक्री बढ़ जाती है।

12 गोमती चक्र को कपड़े में बांध कर कार्यस्थल की चौखट पर लटका दें ताकि ग्राहक उसके नीचे से निकलें। इससे भी व्यापार में वृद्धि होती है।

एक नारियल को चमकीले नए लाल वस्त्र में लपेट कर व्यवसाय स्थल पर रखने से व्यवसाय में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है।

एकाक्षी नारियल दुकान में रखने से वह खूब चलती है।

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यदि आपका व्यवसाय मशीनों से संबंधित है, आपके व्यवसाय में कोई महंगी मशीन है अथवा कोई मशीन जल्दी-जल्दी खराब होती है तो आप काली हल्दी को पीस कर केसर तथा गंगाजल में मिलाकर प्रथम बुधवार को उस मशीन पर स्वास्तिक का चिन्ह बना दें। मशीन खराब नहीं होगी।

पूजा स्थान में श्रीयंत्र के साथ कुछ नागकेसर रखने से व्यापार और व्यवसाय में बहुत वृद्धि होती है।

दुकान अथवा व्यवसाय के उद्घाटन के समय चांदी की एक कटोरी में धनिया डाल कर उसमें चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति रख दें। इस कटोरी को पूर्व दिशा की ओर स्थापित करें। दुकान खोलते ही 5 अगरबत्ती से इनका पूजन करने से दुकान और व्यवसाय में उत्तरोत्तर उन्नति होती है।

दुकान एवं व्यवसाय शुरू करते समय मिट्टी के 4 कलश में क्रमश: काले तिल, मूंग, जौ तथा पीली सरसों भरकर रखने से ग्राहकों का आगमन सरलता से होता है। ये कलश वर्ष भर रखें तथा अगले वर्ष इन्हें नदी में प्रवाहित करके नए कलश में पुन: नई सामग्री भर कर रख लें। प्रगति होगी।

यदि व्यवसाय में निरंतर हानि हो रही हो तो वट वृक्ष की जड़ लाकर उसे रेशमी धागे में बांधकर दुकान के मुख्य द्वार के समीप लटका दें। अगर कच्चे रेशमी धागे को लाल चंदन से रंग लिया जाए तो शीघ्र ही लाभ होने लगता है।

देसी कपूर और रोली को जलाकर उसकी राख बना लें। फिर उस राख को गल्ले में रखें। इससे व्यापार बढ़ता है।

दुकान या व्यवसाय स्थल को खोलने से पहले मुख्य द्वार के दोनों तरफ गंगाजल छिड़कें। दिन काफी लाभदायक होगा।

शनिवार के दिन पुराने व्यवसाय स्थल से कच्चे लोहे की वस्तु लाकर नए व्यवसाय स्थल पर रख दें इससे पुराने के साथ-साथ नए व्यवसाय में भी सफलता मिलने लगेगी।

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अट्टुकल पोंगल: आज इन राशियों के लिए पोंगल रहेगा मंगलकारी

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नेताजी करोड़ों के मालिक, फिर भी व्यवसाय है कृषि - दैनिक जागरण

Author: JagranPublish Date: Thu, 17 Feb 2022 09:51 PM (IST)Updated Date: Thu, 17 Feb 2022 09:51 PM (IST)

जिले की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए गुरुवार को अंतिम दिन नामांकन को लेकर गहमागहमी रही। इस दौरान उम्मीदवारों ने नामांकन के दौरान अपना शपथ पत्र भी दाखिल किया।

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिले की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए गुरुवार को अंतिम दिन नामांकन को लेकर गहमागहमी रही। इस दौरान उम्मीदवारों ने नामांकन के दौरान अपना शपथ पत्र भी दाखिल किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय, पूर्व विधायक अरशद खान व नदीम जावेद ने करोड़ों की संपत्ति दिखाई है, लेकिन अपना व्यवसाय कृषि दिखाया है। सपा नेता अरशद खान ने 1979 में बीए तो 2014 में एमए किए हैं।

जफराबाद से सुभासपा प्रत्याशी जगदीश नारायण राय जफराबाद के कबीरूद्दीनपुर के निवासी हैं। इनके पास चल संपत्ति नौ लाख तीन हजार तो अचल संपत्ति 4.90 करोड़ की है। इनके ऊपर 12 लाख रुपये की देनदारी है। इनकी शिक्षा एमए, एलएलबी है। इनका व्यवसाय कृषि है। जौनपुर से सपा के प्रत्याशी मोहम्मद अरशद खान की चल संपत्ति 12.81 लाख व अचल संपत्ति 1.12 करोड़ रुपये है। इन्होंने भी अपना व्यवसाय कृषि दिखाया। इन्होंने 1979 में गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीए तो विनायक मिशन विश्वविद्यालय से वर्ष 2014 में एम किया है।

जौनपुर से कांग्रेस प्रत्याशी नदीम जावेद का आवास सुख्खीपुर व पाराकमाल में है। इनके पास मीरजापुर के मड़िहान में भी भूमि है। इनकी चल संपत्ति सात लाख व अचल संपत्ति 1.56 करोड़ रुपये है। इनका भी व्यवसाय कृषि है। इन्होंने पूर्वांचल विश्वविद्यालय से 1998 में एमए किया।

Edited By: Jagran

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विधायकों ने चौपट किया पर्यटन व्यवसाय - Divya Himachal

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चंबा के अध्यक्ष करतार सिंह ने जड़ा आरोप, भाजपा पर साधा निशाना

नगर संवाददाता-चंबा
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चंबा के अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर ने कहा है कि पिछले 14 वर्षों से चंबा विधानसभा क्षेत्र में काबिज विधायकों ने एक हजार वर्ष पुराने ऐतिहासिक चंबा शहर में पर्यटन व्यवसाय को चौपट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इस कारण रियासत काल में भारत का सिरमौर रहे चंबा शहर की ओर आज कोई पर्यटक रुख नहीं करता। उन्होंने चंबा में पर्यटन की गिरते स्तर पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चंबा प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति व निर्माण व शिल्पकला का केंद्र रहा है, लेकिन पिछले 14 वर्षों से वह खासकर वर्तमान सरकार के कार्यकाल में चंबा शहर में पर्यटन आकर्षण के लिए ऐसी कोई बड़ी योजना नहीं बनाई गई है, जिससे चंबा के लोगों को इस व्यवसाय से आर्थिक रूप में कुछ हासिल हो सके। इसके लिए सीधे-सीधे चंबा में पिछले 14 वर्षों से रहे भाजपा विधायकों ने नाकामी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रदेश की बेरुखी व स्थानीय भाजपा विधायकों की उदासीनता पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि आज शिमला, मनाली, कुल्लू, धर्मशाला, कल्पा, किन्नौर, ताबो, छितकुल, मकलोडगंज व मंडी जैसी जगहों में पर्यटकों को लुभाने के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। इन क्षेत्रों में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा कैलेंडर, पंफलेट छापे गए हैं। टीवी विज्ञापनों व सोशल मीडिया पर इनका प्रचार किया जा रहा है। साथ ही हिमाचल के साथ लगते पंजाब के क्षेत्रों में एफ एम रेडियो के माध्यम से भी आडियो विज्ञापन प्रसारित किए जा रहे हैं।

मगर सदियों पुराने ऐतिहासिक चंबा शहर, खजियार व डलहौजी जैसे नामों को पूरी तरह से विज्ञापनों की सूची से बाहर किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा चंबा के लिए नाममात्र व छोटी-छोटी योजनाओं के लिए धन की व्यवस्था की गई है, जिससे दूरगामी परिणाम देखने को नहीं मिल रहे। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह की पूर्व कांग्रेस सरकार में तत्कालीन पर्यटन मंत्री हिमाचल प्रदेश, पूर्व पशुपालन मंत्री हर्ष महाजन व केंद्रीय यूपीए की सरकार में पर्यटन मंत्री रही अंबिका सोनी ने चंबा रियासत के 1000 वर्ष पूरे होने पर वर्ष 2005 में चंबा मिलेनियम कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसकी स्मृति में चंबा के ऐतिहासिक चौगान में मिलेनियम गेट भी बनवाया था, लेकिन इस आयोजन के बाद जब भाजपा सरकार के विधायकों ने सदर की सीट संभाली तब से आज तक शहर में पर्यटन के नाम पर एक ईंट नहीं लगी है। उन्होंने विधायक को घेरते हुए कहा कि वे कार्यक्रम में चंबा के चहुंमुखी विकास का ढिंढोरा पीटते हैं तो वे जनता में सार्वजनिक करें कि कितनी पर्यटन योजनाओं को शुरू करवाया है, जिससे एक हजार वर्ष पुराने इस शहर के लोगों को लाभ मिला है।

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Wednesday, February 16, 2022

आज इन राशि वाले लोगों को नौकरी व व्यवसाय में मिलेगा शुभ समाचार! - हम लोग । Humlog

आज गुरुवार दिनांक 17 फरवरी गुरुवार का दिन है। राशिफल के अनुसार गुरुवार का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। आज के दिन किस राशि के लोगों को मिलेगी खुशियां और किस राशि वालों को मु श्किलों में गुजारना पड़ेगा। आज के राशिफल के माध्यम से हम आपको जानकारी देने वाले हैं। कुल 12 राशियां होती है। सभी व्यक्ति की राशि अलग अलग होती है। अगर आपको अपनी राशि के बारे में जानकारी है तो आप उसकी मदद से अपनी दिनचर्या के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

तुला राशि (Libra)

तुला राशि वाले लोगों को व्यवसाय करने के लिए आज उधार लेने की जरूरत पड़ सकती है। पूंजी की कमी और आपके व्यवसाय के लिए बा धा बन सकती है। नौकरी करने वाले लोग आज नौकरी के लिए भाग दौड़ कर सकते हैं। आज आपका वैवाहिक जीवन अच्छा होगा। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी। आज आपको एल र्जी की समस्या हो सकती है। अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। लोगों से बातचीत करते समय वाणी पर संयम बरतें।

कन्या राशि (Virgo)

कन्या राशि के लोगों को आज बहुत ही ज्यादा लाभ होने की संभावना है। अगर आज आप निवेश करते हैं तो आपको निश्चित की लाभ होगा। नौकरी करने वाले लोग आज नए काम के लिए अलग शहर में जा सकते हैं। वैवाहिक जीवन में आपको आज कम सुख मिलने वाली है। अगर किसी से प्रेम करते हैं तो आज ही उन्हें जाकर बता दे आज आपको लाभ मिल सकता है। अगर स्वास्थ्य की बात करें तो आज आपके शरीर में द र्द शुरू होने की संभावना है।

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मेष राशि (Aries)

मेष राशि वाले लोगों का आज दिन मिला जुला होगा। परिवार के लोगों के साथ समय बिता सकते हैं। यात्रा पर जाने की संभावना है। घर से बाहर जाते समय वाहन ज्यादा रफ्तार में ना चलाएं। विद्यार्थी हैं तो आज आपको परीक्षा में लाभ मिलने की संभावना है। आज आप पैसे निवेश कर सकते हैं। अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। माता पिता का स्नेह प्राप्त होगा। लोगों से बातचीत करते समय शब्दों का खास ख्याल रखें। वैवाहिक जी वन सुखमय होगा।

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अंक ज्योतिष, 17 फरवरी 2022: जीवन में अचानक चमत्कार दिखता है 17 अंक, जानिए आज का अपना अंकफल - Times Now Navbharat

Ank Jyotish

Ank Jyotish &nbsp

मुख्य बातें

  • अंक 01सूर्य व 07 केतु का संयुक्त प्रभाव रहेगा।
  • एकल अंक 08 के जैसा कार्य करेगा।
  • 17 अंक जीवन मे एकाएक चमत्कार भी दिखता है।

17 फरवरी 2022 का अंकफल: आज 17 फरवरी 2022 है।17 का संयुक्त अंक कभी कभी संघर्ष के बाद ही सफलता देता है। यह सन्युक्त अंक बहुत ही मंगलकारी होता है। कभी कभी यह अंक जीवन मे एकाएक चमत्कार भी देता दिखता है।यह वैभव व प्रसिद्धि का पूरक है।  अंक 01सूर्य व 07 केतु का संयुक्त प्रभाव रहेगा।यह एकल अंक 08 के जैसा कार्य करेगा। अंक 08 का स्वामीग्रह शनि है। 17:02:2022 का भाग्यांक 07 रहेगा।अंक 07 का स्वामी ग्रह केतु है।अंक 07 के मित्र अंक 04,06 तथा 08 हैं। अपने जन्मांक के अनुसार आप आज अपना अंकफल देखें।

पढ़ें अपना 17 फरवरी 2022 का अंकफल

Ank rashifal today: जन्मांक 01
शुभ अंक:09
जॉब व व्यवसाय: आज दिनांक स्वामी शनि व इस अंक का  स्वामी  सूर्य हैं। 01 व 08 नामांक का अधिकारी आपको जॉब में प्रोमोशन दे सकता है।
स्वास्थ्य: उदर रोग से परेशानी हो सकती है।गेंहू का दान करें।

Ank rashifal today: जन्मांक02
शुभ अंक:01 
जॉब व व्यवसाय::: व्यवसाय में कार्यों के दबाव को लेकर परेशानी रहेगी। नामांक 01 व 08 का व्यक्ति व्यवसाय व जांब में लाभ दे सकता है।
स्वास्थ्य:आज आपकी हेल्थ अच्छी रहनी चाहिए।

Ank rashifal today: जन्मांक03
शुभ अंक:06
जॉब व व्यवसाय:गुरु व भाग्य स्वामी केतु जॉब में कोई बड़ा अवसर दे सकते हैं।उच्चाधिकारियों के सपोर्ट से व्यवसाय में उन्नति है।
स्वास्थ्य:नेत्र  विकार से कष्ट हो सकता है। 

Ank rashifal today: जन्मांक04
शुभ अंक:07
जॉब व व्यवसाय:  भाग्यांक 07बैंकिंग, मीडिया व आईटी फील्ड में जॉब करने वाले जातकों को आशातीत सफलता देगा। व्यवसाय में नामांक 03 व 08 से शुभ लाभ है।
स्वास्थ्य:स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए।

Ank rashifal today: जन्मांक05
शुभ अंक:04
जॉब व व्यवसाय:व्यवसाय में आज के अंक 08 व भाग्य अंक 07 से लाभ मिलेगा। जॉब में प्रोमोशन के संकेत हैं।किसी रुके कार्य के प्रगति की संभावना है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

Ank rashifal today: जन्मांक06
शुभ अंक:07
जॉब व व्यवसाय:शुक्र व केतु मित्र हैं।आज जॉब में प्रोमोशन की तरफ़ बढ़ सकते हैं। व्यवसाय में अंक व भाग्यांक 07 का सहयोग मिलेगा।
स्वास्थ्य:श्वांश के मरीज सावधानी बरतें।

Ank rashifal today: जन्मांक07
शुभ अंक:08
जॉब व व्यवसाय:जॉब में उच्चाधिकारोयों के सपोर्ट से आप खुश रहेंगे। व्यवसाय में प्रगति है।
स्वास्थ्य:स्वास्थ्य में शनि व केतु के कारण हड्डी या नस के रोगी सावधानी बरतें।

Ank rashifal today: जन्मांक08
शुभ अंक:05
जॉब व व्यवसाय: आज का दिन जॉब में पद परिवर्तन के प्रयास का है। भाग्य स्वामी केतु व इस अंक का स्वामी शनि बहुत जल्द व्यवसाय में बड़ी सफलता दे सकते हैं ।
स्वास्थ्य:स्वास्थ्य सुख बेहतर रहेगा। 

Ank rashifal today: जन्मांक09
शुभ अंक:03
जॉब व व्यवसाय:  व्यवसाय में शनि का सपोर्ट रहेगा। जॉब में उच्चधिकारियों के हेल्पफुल व्यवहार को लेकर खुश रहेंगे। मंगल व केतु सपोर्टिंग हैं।          स्वास्थ्य: मंगल व शनि उदर विकार दे सकता है।

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Monday, February 14, 2022

e-Nam Portal: नए कृषि व्यवसाय खोलने के लिए 15 लाख रुपये देगी केंद्र सरकार, जानें कैसे उठाएं इसका लाभ - Krishi Jagran Hindi

PM Kisan FPO Scheme 2022

किसानों की आय दोगुनी(Double Income of Farmers) करने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है.कृषि को व्यवसाय(Agriculture Business) बनाने के लिए सरकार नया कृषि विधेयक लाने के बाद किसानों को तोहफा देने जा रही है. इसलिए अब केंद्र सरकार किसानों को नया कृषि व्यवसाय (New Startup) शुरू करने के लिए 15 लाख देने का ऐलान किया है. तो आइये जानते हैं इस बेहतरीन योजना के बारे में सब कुछ.

पीएम किसान एफपीओ योजना 2022 (PM Kisan FPO Scheme 2022)

FPO Scheme के तहत केंद्र सरकार देश की किसानों की अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 2019-20 से 2023-24 तक पांच साल की अवधि में 10,000 एफपीओ बनाने का लक्ष्य रख रही है. किसान उपज संगठनों (FPO) का लक्ष्य छोटे किसानों को एक मंच प्रदान करना है. यह किसानों को सामूहिक रूप से कृषि आदानों तक पहुंच और उपज के विपणन जैसी चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएगा.

पीएम मोदी ने 10,000 एफपीओ खोलने के लिए पीएम किसान एफपीओ योजना 2022 किसान उत्पादक संगठनों (FPO) का गठन और प्रचार शुरू किया है. PM Kisan FPO Scheme के तहत सरकार किसानों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है. लेकिन अभी तक योजना के नए अपडेट के संबंध में अधिसूचना जारी नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है कि इसे जल्द ही जारी किया जाएगा.

कब हुई थी इस योजना की शुरुआत (When was this scheme started)

आपकी जानकरी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 9 फरवरी 2020 को चित्रकूट, उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत किसान उत्पादक संगठनों का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ किया था. किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है. कृषि को व्यवसाय बनाने के लिए सरकार नया कृषि विधेयक लाने के बाद किसानों को तोहफा देने जा रही है. इसलिए अब मोदी सरकार किसानों को नया कृषि व्यवसाय शुरू करने के लिए 15 लाख रुपये देगी.

पीएम किसान एफपीओ योजना 2022 उद्देश्य (PM Kisan FPO Scheme 2022 Objectives)

इस योजना के तहत बनाए गए एफपीओ भले ही किसानों की आय बढ़ाने का काम करेंगे. लेकिन इसके अलावा पीएम 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार करने के लिए सशक्त करेंगे. बता दें कि अब तक किसान केवल फसलों के उत्पादक थे, लेकिन अब वो एफपीओ योजना के माध्यम से व्यापारियों के साथ अपने उत्पादों की कीमतों पर बातचीत और व्यापार करने में सक्षम होंगे. केंद्र सरकार ने किसानों को सीधा फायदा पहुंचाने के लिए यह योजना शुरू की है.

क्या है एफपीओ (What is FPO)

किसान उत्पादक संगठनों का मकसद सभी कृषि उत्पादों के उत्पादक का समूह बनाना है. इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए, लघु किसान कृषि व्यवसाय संघ (SFAC) को कृषि और सहकारिता विभाग, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के गठन में राज्य सरकारों का समर्थन करने के लिए अनिवार्य किया गया था.

क्या है एफपीओ योजना का लक्ष्य (What is the goal of FPO scheme)

PM Kisan FPO Scheme के लागू होने के बाद अब किसानों को किसी बिचौलिए से बात नहीं करनी पड़ेगी. इस योजना के तहत किसानों को तीन साल में किश्तों में भुगतान किया जाएगा. इस योजना के तहत सरकार द्वारा 2024 तक 6885 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

पीएम किसान एफपीओ योजना के तहत किसानों को कैसे मिलेंगे 15 लाख रुपये (How farmers will get Rs 15 lakh under PM Kisan FPO Scheme)

  • किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार ने PM Kisan FPO Scheme को देशभर में लागू किया है.

  • केंद्र सरकार की इस योजना के तहत सरकार की ओर से किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे.

  • PM Kisan FPO Scheme के तहत सरकार द्वारा देशभर के किसानों को एक नया कृषि व्यवसाय शुरू करने के लिए यह वित्तीय सहायता दी जाएगी.

  • इस योजना का लाभ लेने के लिए 11 किसानों को मिलकर एक संस्था या कंपनी बनानी होगी. जिसके तहत किसानों को कृषि उपकरण या उर्वरक, बीज या दवाइयाँ प्राप्त करना बहुत आसान होगा.

  • इसके अलावा सरकार इन एफपीओ को 15 लाख रुपये की राशि भी देगी.

प्रधानमंत्री किसान एफपीओ योजना के लाभ (Benefits of Pradhan Mantri Kisan FPO Scheme)

  • एफपीओ अपने सदस्य के लिए एक एग्रीगेटर के रूप में कार्य कर सकते हैं और आवश्यकता के आधार पर ई-ट्रेडिंग के माध्यम से बिक्री कर सकते हैं.

  • भुगतान सीधे एफपीओ के बैंक खाते में किया जाएगा या एफपीओ सदस्यों के बीच वितरित किया जा सकता है.

  • इसमें भंडारण/सॉर्टिंग/ग्रेडिंग/पैकिंग सुविधाएं स्थापित करने का प्रावधान है.

  • व्यक्तिगत डैशबोर्ड के लिए प्रावधान और माल के आगमन, गुणवत्ता और कीमत पर वास्तविक समय की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं.

  • एफपीओ किसानों को सामूहिक शक्ति प्रदान करेंगे और उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में मदद करेंगे.

  • इन एफपीओ को विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों और 100 आकांक्षी जिलों में ब्लॉक स्तर तक फैलाया जाएगा ताकि इस योजना का काफी हद तक विस्तार किया जा सके.

पीएम किसान एफपीओ योजना ऑनलाइन आवेदन करें (PM Kisan FPO Scheme Apply Online)

PM Kisan FPO Scheme का लाभ पाने के लिए किसानों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है. क्योंकि केंद्र सरकार ने अभी तक योजना में पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं की है. कुछ दिनों के बाद जैसे ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होती है तो आवेदन भरा जा सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार का कहना है कि पीएम किसान एफपीओ योजना के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा.

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अंक ज्योतिष, 15 फरवरी 2022: 03 और 05 अंक वालों को नौकरी में उन्नति मिलेगी, जानें कैसा रहेगा आपका दिन - Times Now Navbharat

Ank jyotish 15 February 2022, Ank jyotish hindi, अंक ज्योतिष 15 फरवरी 2022 अंक राशिफल और भाग्यांक

15 फरवरी 2022 का अंकफल&nbsp

मुख्य बातें

  • व्यवसाय में उन्नति करेंगे 03 अंक के जातक।
  • 07 अंक वालों के केतु व शुक्र के सपोर्ट से बिगड़े कार्य बनेंगे।
  • बेहतर रहेगी 09 अंक वालों की सेहत।

आज का अंकफल, 15 फरवरी 2022: आज 15 फरवरी 2022 है। 15 का संयुक्त अंक धर्म, भाग्य व आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक है। यह सन्युक्त अंक बहुत ही संघर्ष देता है। यह धन, धान्य व प्रसिद्धि का अंक है। अंक 01 सूर्य व 05 बुध का संयुक्त प्रभाव रहेगा। यह एकल अंक 06 के जैसा कार्य करेगा। अंक 06 का स्वामीग्रह शुक्र है। आज 15-02-2022 का भाग्यांक 05 रहेगा। अंक 05 का स्वामीग्रह बुध है। शुक्र, शनि व बुध आपस मे परम मित्र हैं। सूर्य व राहु मित्र नहीं है। अंक 06 के मित्र अंक 04, 05 तथा 08 हैं। अपने जन्मांक के अनुसार आप आज अपना अंकफल देखें।

पढ़ें अपना 15 फरवरी 2022 का अंकफल

Ank rashifal today:  जन्मांक 01
शुभ अंक- 03
जॉब व व्यवसाय- सूर्य व शुक्र के सपोर्ट से जांब व व्यवसाय में प्रगति होगी। भाग्यांक 05 आपको जॉब में प्रमोशन दे सकता है।
स्वास्थ्य- शुक्र यूरिन सम्बन्धित रोग से परेशानी दे सकता है। चावल का दान करें।

Ank rashifal today:  जन्मांक 02
शुभ अंक- 09
जॉब व व्यवसाय- जॉब में  नामांक 06 का उच्चाधिकारी सपोर्ट करेगा। शुक्र व चन्द्रमा व्यवसाय में लाभ दे सकता है।
स्वास्थ्य- आज आपकी हेल्थ अच्छी रहनी चाहिए।

Ank rashifal today:  जन्मांक 03
शुभ अंक- 02
जॉब व व्यवसाय- अंक स्वामी गुरु व भाग्य स्वामी बुध जॉब में कोई बड़ा अवसर दे सकते हैं। व्यवसाय में उन्नति है।
स्वास्थ्य- शुक्र यूरिन प्रॉब्लम दे सकता है। 

Ank rashifal today:  जन्मांक 04
शुभ अंक- 07
जॉब व व्यवसाय- भाग्यांक 05 का स्वामी बुध बैंकिंग व आईटी फील्ड में जॉब करने वाले जातकों को आशातीत सफलता देगा। व्यवसाय में नामांक 04 व 06 से शुभ लाभ है।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए।

Ank rashifal today:  जन्मांक 05
शुभ अंक- 07
जॉब व व्यवसाय- व्यवसाय में नामांक06 से लाभ मिलेगा। जॉब में उन्नति के संकेत हैं। किसी रुके कार्य के प्रगति की संभावना है।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।तिल का दान करें।

Ank rashifal today:  जन्मांक 06
शुभ अंक- 05
जॉब व व्यवसाय- इस अंक का स्वामी व आज का दिनांक स्वामी शुक्र जॉब में प्रगति का संकेत देता है। व्यवसाय में  भाग्यांक 05 का सहयोग मिलेगा।
स्वास्थ्य- श्वांश के मरीज सावधानी बरतें।

संबंधित खबरें

Ank rashifal today:  जन्मांक 07
शुभ अंक- 06
जॉब व व्यवसाय- व्यवसाय में किसी नवीन प्रोजेक्ट के मिलने से आप खुश रहेंगे। जॉब में थोड़ा संघर्ष है। केतु व शुक्र के सपोर्ट से बिगड़े कार्य बनेंगे।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य में नेत्र के रोगी सावधानी बरतें।

Ank rashifal today:  जन्मांक 08
शुभ अंक- 06
जॉब व व्यवसाय- आज का दिन व्यवसाय में सफलता का है। शुक्र व बुध बहुत जल्द व्यवसाय में किसी नवीन प्रोजेक्ट से सफलता दिलवा सकते हैं ।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य सुख बेहतर रहेगा। 

Ank rashifal today:  जन्मांक 09
शुभ अंक- 01
जॉब व व्यवसाय- व्यवसाय में मंगल व शुक्र का सपोर्ट रहेगा। जॉब में आपके उच्चाधिकारी आपके कार्य को लेकर खुश रहेंगे।
स्वास्थ्य- हेल्थ बेहतर रहना चाहिए। शुक्र के द्रव्यों चावल व शक्कर का दान करें।

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Sunday, February 13, 2022

स्वयं का व्यवसाय शुरू करें या उद्योग स्थापित करें - Nai Dunia

Publish Date: | Sun, 13 Feb 2022 06:03 PM (IST)

पेटलावद (नईदुनिया न्यूज) शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए उन्हें स्वयं का उद्योग, सेवा व व्यवसाय स्थापित करने के लिए बैंकों के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसे मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का नाम दिया गया है। इसके तहत योजना का लाभ मिलेगा। वहीं पहले से संचालित युवा उद्यमी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार सहित अन्य योजनाओं को बंद कर दिया गया है। अब एक ही योजना प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक ऋण योजना के तहत उद्योग विनिर्माण इकाई के लिए एक लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक की परियोजनाएं व सेवा इकाई लगाई जा सकती है। खुदरा व्यवसाय के लिए एक लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये की परियोजनाएं लगाई जा सकती हैं। इसके लिए आवेदक मध्यप्रदेश का स्थानीय निवासी हो और साथ ही उसकी उम्र 18 से 40 साल के बीच हो। वहीं कम से कम 12वीं पास हो और परिवार की वार्षिक आय 12 लाख रुपये से अधिक न हो।

कोरोना काल के बाद मिला लक्ष्‌य

स्व रोजगार योजनाओं पर शासन ने कोरोना काल के दौरान दो सालों तक लक्ष्‌य नहीं दिया। इसके साथ ही बेरोजगार हुए युवाओं को बैंकों से कर्ज भी नहीं मिल सका और वह इसी उम्मीद में रहे आगामी दिनों में लक्ष्‌य निर्धारण होकर योजना स्वीकृत होगी।

सभी वर्ग के युवा ले सकते हैं भाग

इस योजना का लाभ लेने के लिए सभी वर्ग के युवा भाग ले सकते हैं। इसके लिए बैंक द्वारा वितरित ऋण टर्मलोन वर्किंग केपिटल पर 3 प्रतिशत सालाना दर से ब्याज अनुदान दिया जाएगा। इसकी अधिकतम सीमा सात साल रहेगी। एनपीए अवधि के लिए कोई ब्याज अनुदान स्वीकार्य नहीं होगा। योजना के अंतर्गत ऋण गारंटी शुल्क प्रचलित दर पर अधिकतम 7 वर्षों तक देय होगा।

आनलाइन करना होगा आवेदन

योजना का लाभ लेने के लिए डीआइसी की साइड पर आनलाइन आवेदन करना होगा। इसके साथ 12वीं कक्षा की उत्तीर्ण मार्कशीट, मूल निवासी प्रमाण पत्र, स्थायी जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, मशीनरी कच्चा माल के कोटेशन, समग्र आइडी, पासपोर्ट साइज के फोटो, 10 लाख रुपये से अधिक परियोजना हेतु सीए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट, बैंक खाता जिस बैंक से ऋण लेना चाहते हैं या यदि दुकान या भवन किराए की हो तो किराया नामा लगाना होगा।

Posted By: Nai Dunia News Network

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Thursday, February 10, 2022

सांसद ने दिया खजुराहो पर्यटन व्यवसाय बढ़ाने पर जोर - Nai Dunia

Publish Date: | Thu, 10 Feb 2022 11:00 PM (IST)

खजुराहो(नईदुनिया न्यूज)। कोरोना काल में चौपट हो चुके खजुराहो के पर्यटन व्यवसाय को पटरी पर लाने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने के बारे में सांसद व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने इंडियन एसोसिएशन आफ टूर ओपरेटर्स से चर्चा की है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव मेहरा, उपाध्यक्ष रवि गोसेन, एडवेंचर टूर ओपरेटर्स आफ इंडिया के सचिव विनायक कौल, क्वालिटी इंडिया टूर्स कंपनी के निदेशक नीतेश द्विवेदी सहित पर्यटन एसोसिएशन के सदस्यों से चर्चा करते हुए सांसद शर्मा ने कहा कि विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो के पर्यटन व्यवसाय को बढ़ाने पर जोर देकर कहा कि इस व्यवसाय को पटरी पर लाने के साथ नए रोजगार सृजन करने में आपका सहयोग जरूरी है। सांसद ने सदस्यों को बताया कि उनकी प्राथमिकता खजुराहो का पर्यटन व्यवसाय बढ़ाने की है, जिसमें सुझाव और सहयोग महत्त्‌वपूर्ण होगा। इसी के आधार पर आगे पर्यटक सुविधाओं की नीति पर विचार किया जाएगा।

एसडीएम ने दिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश

छतरपुर। एसडीएम विनय द्विवेदी ने नगरीय निकाय नौगांव सीएमओ निरंकार पाठक, हरपालपुर सीएमओ शीतल भलावी, महाराजपुर व गढ़ीमलहरा सीएमओ शिवि उपाध्याय को नगर की सड़कों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं।

एसडीएम द्विवेदी ने कहा कि पहले नगर की सड़कों व जरूरी अन्य स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की जगह को चिन्हित करें, इसके बाद चूना की लाइन डाले और फिर मुनादी कराने के बाद मुहिम चलाकर अतिक्रमण जमींदोज किए जाएं। उन्होंने कहा सभी सीएमओ अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावी कार्रवाई तुरंत शुरू करें। यहां बता दें कि नौगांव नगर में बस स्टेंड के यात्री प्रतीक्षालय, ईशानगर चौराहा, तहसील चौराहा, गल्ला मंडी क्षेत्र, छतरपुर रोड पर दुकानों और मकानों के आगे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया गया है। इसी तरह हरपालपुर कस्बे में छोटी कुटी से नेहरू गेट तक, हरिहर रोड, पुराने डाकखाना रोड, पुरानी गल्ला मंडी और रेलवे गेट पर नारायणगंज में अतिक्रमण ने सारे रास्तों को संकरा कर दिया है।

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इंजीनियर ने अपनाया कृषि व्यवसाय - Nai Dunia

Publish Date: | Thu, 10 Feb 2022 10:46 PM (IST)

दमोह नईदुनिया प्रतिनिधि। जिले के ग्राम हिंडोरिया के किसान अतुल धनकर एक इंजीनियर है इन्होंने मशरूम की खेती को अपना व्यवसाय बनाया। वे बताते हैं मशरूम की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली खेती है जिस किसान के पास खेती के लिए जमीन नहीं है फिर भी वह खेती करना चाहता है तो वह घर से ही कच्चे या पक्के मकान में इस खेती को शुरू कर सकते है। अतुल का कहना है शुरुआत के समय इसमें 4 से 5 हजार की लगात लगाई थी इसके बाद स्थानीय बाजार मैं जो उत्पादन है जिनमें मशरूम का अचार, मशरूम पाउडर एवं प्रेस मशरूम से लगभग 8 से 9 हजार का मुनाफा लिया है और अभी भी कुछ कच्ची सामग्री रखी जिससे आगे भी कुछ मुनाफा मिलेगा।

उन्होंने बताया इसके लिए उन्होंने जबलपुर में एक दिन की ट्रेनिंग ली थी उसके बाद कृषि विज्ञान केंद्र दमोह के अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जिसका काफी सपोर्ट मिला है अब इसको और बड़े लेवल पर करना है। इसके एक सर्कल में लगभग 40 से 50 रूपये की लागत आती है एक पैकेट में लगभग दो किलो भूसा आता है। 200 ग्राम स्पॉन लगता है यह 25 दिन में पहली फसल दे देता है। इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। भूसे में कीटाणु रहते हैं उनको उपचारित करना पड़ता है इसके लिए दो केमिकल होते हैं एक फार्मएल्डिहाइड और दूसरा वामिस्टकि पाउडर आता है इसमें भूसे को कम से कम 12 से 14 घंटे तक भूसे को गलाना पड़ता है उसके बाद उसको निकालकर इसकी स्पोनिंग की जाती है

किसान अतुल धनकर ने बताया यह जो खेती एवं व्यवसाय है यह युवाओं के लिए बहुत ही अच्छा व्यवसाय है इससे इनको काफी ज्यादा मुनाफा हो रहा है इसमें युवाओं के लिए काफी रोजगार के अवसर है उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कृषि विज्ञान केंद्र से अधिकारियों द्वारा हमें विशेष सहयोग मिला है कभी भी किसी भी प्रकार की तकनीकी परेशानी आती है तो उनका सहयोग हमेशा हमें मिलता है। कृषि विज्ञान केंद्र दमोह से कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डा. मनोज अहिरवार ने बताया हिंडोरिया से किसान अतुल धनकर मशरूम की सफल खेती कर रहे हैं। उन्होंने मशरूम की खेती के बारे में बताया यह जो मशरूम है यह लाभदायक फफूंद है यह कई प्रकार की होती है कुछ हानिकारक होती हैं कुछ लाभदायक फफूंद होती हैं मशरूम में एक लाभदायक प्रोटीन कैल्शियम वाला पदार्थ है इसमें अधिक मात्रा में पोषक तत्वों रहते हैं। डा. राजेश द्विवेदी ने बताया किसान अतुल मशरूम पाउडर उत्पादित करते हैं दो चम्मच पाउडर एक गिलास गुनगुने पानी मैं घोलकर रोज सेवन करने से शरीर के भीतरी अंगो की जो टूट-फूट होती है इसमें हाइट प्रोटीन होता है जो श्रम करने एवं भाग दौड़ करने से जो टूट-फूट होती यह उसको बैकअप करता है।

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Wednesday, February 9, 2022

गया में बढ़ते अपराध और चोरीकांड के विरोध में कल काला बिल्ला लगा व्यवसाय करेंगे व्यवसायिक संगठन - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

Author: Prashant Kumar PandeyPublish Date: Wed, 09 Feb 2022 08:11 PM (IST)Updated Date: Wed, 09 Feb 2022 08:11 PM (IST)

 जागरण संवाददाता, गया : शहर के व्यवसायिक क्षेत्र एवं अन्य इलाकों में व्यवसायियों के घटित घटनाओं को लेकर बुधवार को एक साथ कई संगठन आगे आए। व्यवसायिक संगठनों की बैठक मंगलवार की देर रात गोलपत्थर स्थित बरनवाल धर्मशाला में हुई। जहां शहर में बढ़ते अपराध, चोरीकांड, व्यवसायियों से लूटकांड के खिलाफ आवाज को बुलंद किया गया। गुरुवार से ही आंदोलन की सांकेतिक शुरुआत की जा रही है। आंदोलन प्रथम दिन गुरुवार को अलग-अलग व्यवसायिक संगठन से जुड़े दुकानदार काला बिल्ला लगाकर विरोध दर्ज कराते हुए अपना कारोबार करेंगे। 

शांति मार्केट के पास व्यवसायी देंगे मौन धरना 

बताया गया कि आंदोलन के दूसरे दिन शुक्रवार से टिकारी रोड़ स्थित शांति मार्केट के पास व्यवसायी मौन धरना देंगे। संगठन की ओर से यह जिलाधिकारी को दी गई है। बैठक में बुलियन एसोसिएशन, केदारनाथ मार्केट संघ, हार्डवेयर संघ, पाईप दुकान संघ, संपूर्ण वैश्य समाज बिहार, रौनियार वैश्य समाज, माहुरी समाज, अग्रवाल समाज, वैश्य समाज मानपुर, जीरादेई धर्मशाला एवं दवा व्यवसायी से जुड़े पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल थे। 

आंदोलन की शुरुआत काला बिल्ला से

गया महानगर वर्णवाल सेवा समिति के महानगर अध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि आपराधिक घटनाओं के खिलाफ व्यवसायिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी एक मंच पर आ गए हैं। घटना के विरोध करने के लिए सड़क पर उतरेंगे। आंदोलन की शुरुआत काला बिल्ला से की गई है। उसके बाद चरण बद्ध् आंदोलन चलेगी। यह आंदोलन जारी रहेगा। तब तक बदमाशों को पुलिस पकड़ नहीं लेती है। 

संगठन को करें मजबूत 

जिला व्यवसायी संघ की एक बैठक मंगलवार की शाम को जिला संयोजक अनिल कुमार की अध्यक्षता में हुई। बताया गया कि आपराधिक घटना और चोरीकांड के उदभेदन करने के लिए पहले संगठन को सशक्त बनाना है। अधिक व्यवसायी को संगठन से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। ताकि चोरीकांड और छिनतई को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके। 

तीन दिनों से जिला व्यवसायी संघ कर रही सभाएं

जानकारी हो कि पिछले तीन दिनों से जिला व्यवसायी संघ लगातार व्यवसायी से जनसंपर्क अभियान, जागरूकता अभियान और नुक्कड़ सभा कर रही है। संघ की ओर से भी जल्द हीं बड़े आंदोलन की शुरुआत और व्यवसायी की सुरक्षा की मांग को लेकर सड़क पर उतरेंगे। मौके पर भाजपा नेता सह व्यवसायी संघ के पदाधिकारी ऋषि लोहानी आदि मौजूद थे।

Edited By: Prashant Kumar Pandey

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गया में बढ़ते अपराध और चोरीकांड के विरोध में कल काला बिल्ला लगा व्यवसाय करेंगे व्यवसायिक संगठन - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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अंक ज्योतिष, 09 फरवरी 2022: 03 अंक वालों के व्यवसाय में होगी उन्नति, जानें अंकफल के अनुसार कैसा रहेगा आपका दिन - Times Now Navbharat

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10 फरवरी 2022 का अंकफल&nbsp

मुख्य बातें

  • उदर रोग से 05 अंक वालों को कष्ट हो सकता है।
  • 07 अंक वाले जातक गुड़ का दान करें।
  • 09 अंक वालों को व्यवसाय में सफलता की प्राप्ति होगी।

आज का अंकफल, 10 फरवरी 2022: :आज 10 फरवरी  2022 है। 10 का संयुक्त अंक बहुत ही शुभ होता है। अंक 01 सूर्य का प्रतीक है। यह अंक 01 यानी सूर्य से प्रभावित है। यह एकल अंक 01 के जैसा कार्य करेगा। 01 का स्वामी ग्रह सूर्य है। आज 10-02-2022 का भाग्यांक 09 हुआ। 09 का स्वामीग्रह मंगल है। सूर्य गुरु व चन्द्र का मित्र है। यह अंक 03 व 09 तथा 02 का मित्र अंक है। अंक ज्योतिष के अनुसार आप जिस दिनांक को जन्म लेते हैं वही आपका जन्मांक है, उसको 01 से 09 के मध्य में लाना होता है। अब जानिए आज अंकों का आप पर प्रभाव।

पढ़ें अपना 10 फरवरी 2022 का अंकफल

Ank rashifal today:  जन्मांक 01
आज का शुभ अंक- 09 
आर्थिक स्थिति व जॉब- आज सूर्य व मंगल व्यवसाय में कार्यों की अधिकता के साथ साथ सफलता भी प्रदान करेगा।अंक 03 का सपोर्ट जॉब में नवीन पद की प्राप्ति का है।
स्वास्थ्य सुख- मंगल हेल्थ से प्रॉब्लम दे सकता है।

Ank rashifal today:  जन्मांक 02
आज का शुभ अंक- 01 
आर्थिक स्थिति व जॉब- आज के भाग्यांक 09 व इस अंक के स्वामी चन्द्रमा का सहयोग जॉब व व्यवसाय में नवीन अवसर प्रदान करेगा। सूर्य व मंगलभाव जॉब में उच्चाधिकारियों से लाभ देगा।
स्वास्थ्य सुख- श्वांश रोग से कष्ट की सम्भावना रहेगी।
 

Ank rashifal today:  जन्मांक 03
आज का शुभ अंक- 02
आर्थिक स्थिति व जॉब- गुरु,सूर्य व आज का भाग्य स्वामी मंगल जॉब व व्यवसाय में सफलता देंगे। 
स्वास्थ्य सुख- हेल्थ बेहतर रहना चाहिए। तिल का दान करें।

Ank rashifal today:  जन्मांक 04
आज का शुभ अंक- 07
आर्थिक स्थिति व जॉब- व्यवसाय में अंक 03 व 06 का प्रभाव उन्नति देगा। सूर्य जॉब में पद परिवर्तन में सफलता देगा।
स्वास्थ्य- हेल्थ पहले से बेहतर रहना चाहिए।

Ank rashifal today:  जन्मांक 05
आज का शुभ अंक- 04
आर्थिक स्थिति व जॉब- व्यवसाय को लेकर प्रसन्नता की बात है। जॉब में जन्मांक 03 व 05 वाले मित्र के सहयोग से सुखद परिवर्तन की तरफ बढ़ेंगे।        
स्वास्थ्य- उदर रोग से कष्ट हो सकता है।

संबंधित खबरें

Ank rashifal today:  जन्मांक 06
आज का शुभ अंक- 07
आर्थिक स्थिति व जॉब- व्यवसाय में जन्मांक 02 व 03 की सहायता से सफलता मिलेगी। मंगल व सूर्य जॉब में उन्नति प्रदान करेगा।
स्वास्थ्य सुख- हेल्थ को लेकर खुश रह सकते हैं।

Ank rashifal today:  जन्मांक 07
आज का शुभ अंक- 03 
आर्थिक स्थिति व जॉब- जन्मांक 03 के उच्चाधिकारियों से लाभ हो सकता है। भाग्य स्वामी मंगल व इस अंक का स्वामी केतु है। मंगल व सूर्य का सपोर्ट जॉब में प्रमोशन के लिए सुखद संकेत है।
स्वास्थ्य सुख- हेल्थ अच्छी रहनी चाहिए। गुड़ का दान करें।

Ank rashifal today:  जन्मांक 08
आज का शुभ अंक- 07
आर्थिक स्थिति व जॉब- सूर्य व मंगल का प्रभाव जॉब में थोड़ा तनाव दे सकता है ।अंक 03 व 07 के सपोर्ट से जॉब में प्रोन्नति के मार्ग प्रशस्त होने वाले हैं।
स्वास्थ्य सुख- स्वास्थ्य सुख उत्तम है।

Ank rashifal today:  जन्मांक 09
आज का शुभ अंक- 01
आर्थिक स्थिति व जॉब- इस अंक का स्वामी व भाग्य स्वामी मंगल आज के अंक स्वामी सूर्य के साथ जॉब में प्रोग्रेस दे सकते हैं। व्यवसाय में सफलता की प्राप्ति होगी।
स्वास्थ्य सुख- नेत्र विकार से कष्ट हो सकता है।

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Tuesday, February 8, 2022

अंक ज्योतिष, 09 फरवरी 2022: 03 अंक वालों के व्यवसाय में होगी उन्नति, जानें अंकफल के अनुसार कैसा रहेगा आपका दिन - Times Now Navbharat

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09 फरवरी 2022 का अंकफल&nbsp

मुख्य बातें

  • 02 अंक वालों को व्यवसाय में थोड़ी परेशानी रहेगी।
  • 05 अंक वालों में जॉब व व्यवसाय में उन्नति के संकेत हैं।
  • 08 अंक वालों को आज का दिन व्यवसाय में सफलता का है।

आज का अंकफल, 09 फरवरी 2022: : आज 09 फरवरी 2022 है। 09 का अंक कर्म, न्याय, धर्म, शिक्षा व आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक है। यह अंक बहुत ही शुभ व मंगलकारी होता है। यह वैभव व प्रसिद्धि का अंक है। आज 09-02-2022 का भाग्यांक 08 रहेगा। अंक 08 का स्वामी ग्रह शनि है। शुक्र, शनि व बुध परम मित्र हैं। सूर्य व शनि मित्र नहीं है। अंक 09 के मित्र अंक 01,02 तथा 03 हैं। अपने जन्मांक के अनुसार आप आज अपना अंकफल देखें।

पढ़ें अपना 09 फरवरी 2022 का अंकफल

Ank rashifal today:  जन्मांक 01
शुभ अंक- 09
जॉब व व्यवसाय- जॉब व व्यवसाय में प्रगति होगी। भाग्यांक 08 आपको जॉब में प्रमोशन दे सकता है।
स्वास्थ्य- मंगल उदर सम्बन्धित रोग से परेशानी दे सकता है।

Ank rashifal today:  जन्मांक 02
शुभ अंक- 03
जॉब व व्य वसाय- व्यवसाय में थोड़ी परेशानी रहेगी। नामांक 01 व 08 का व्यक्ति जॉब में लाभ दे सकता है।
स्वास्थ्य-आज आपकी हेल्थ अच्छी रहनी चाहिए।

Ank rashifal today:  जन्मांक 03
शुभ अंक- 01
जॉब व व्यवसाय-अंक स्वामी गुरु जॉब में कोई बड़ा अवसर दे सकते हैं। व्यवसाय में उन्नति है।
स्वास्थ्य- उदर विकार से कष्ट हो सकता है। 

Ank rashifal today:  जन्मांक 04
शुभ अंक- 07
जॉब व व्यवसाय- भाग्यांक 08 आईटी व मैनेजमेंट फील्ड में जॉब करने वाले जातकों को आशातीत सफलता देगा। व्यवसाय में मित्रों  से शुभ लाभ है।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहना चाहिए।

Ank rashifal today:  जन्मांक 05
शुभ अंक- 06
जॉब व व्यवसाय- व्यवसाय में नामांक 08 व 09 से लाभ मिलेगा। जॉब व व्यवसाय में उन्नति के संकेत हैं। किसी रुके कार्य के प्रगति की संभावना है।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

Ank rashifal today:  जन्मांक 06
शुभ अंक- 05
जॉब व व्यवसाय- आज जॉब में उत्कर्ष का दिन है। जॉब में भाग्यांक 08 का सहयोग मिलेगा।
स्वास्थ्य- बीपी व शुगर के मरीज सावधानी बरतें।

संबंधित खबरें

Ank rashifal today:  जन्मांक 07
शुभ अंक- 04
जॉब व व्यवसाय- व्यवसाय में अपने कार्यों से आप खुश रहेंगे। जॉब में सफलता है।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य में नेत्र के रोगी सावधानी बरतें।

Ank rashifal today:  जन्मांक08
शुभ अंक- 04
जॉब व व्यवसाय- आज का दिन व्यवसाय में सफलता का है। शनि व मंगल बहुत जल्द जॉब में बड़ी सफलता दे सकते हैं।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य सुख बेहतर रहेगा। 

Ank rashifal today:  जन्मांक 09
शुभ अंक- 01
जॉब व व्यवसाय- जॉब में भाग्यस्वामी शनि व व मंगल का सपोर्ट रहेगा। व्यवसाय को लेकर खुश रहेंगे।शनि अनकूल हैं।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य बेहतर रहने की संभावना है।

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पहले शराब के सेवन में गुजरता था दिन, अब कर रहे फर्नीचर का व्यवसाय, समस्तीपुर में दिलचस्प मामला - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

समस्तीपुर, जासं। पति की शराब की लत और घर की माली हालत पहले से खराब थी। परिवार चलाना मुश्किल हो गया था। घर में कलह की स्थिति बनी रहती थी। बच्चों की परवरिश की चिंता थी। शराबबंदी के बाद स्थिति बदली। पति शराब छोड़ फर्नीचर का व्यवसाय कर रहे हैं। आज समस्तीपुर प्रखंड की विशनपुर पंचायत की रीता देवी का परिवार खुश है।

रीता बताती हैं कि शराबबंदी से पहले पति अक्सर शराब के नशे में घर आते थे। कुछ भी बोलने पर मारपीट की नौबत आ जाती थी। कमाई का अधिकतर हिस्सा शराब पर खर्च कर देते थे। घर का खर्च चलाने के लिए वर्ष 2014 में सिलाई करने लगी। वर्ष 2016 में ग्राम संगठन समूह से 10 हजार रुपये लोन लेकर राशन की दुकान की। साथ ही सिलाई का काम भी चलता रहा। इसी बीच सूबे में शराबबंदी कानून लागू हुआ। इसके चलते उनकी शराब की लत छूट सकी। कुछ माह बाहर रहे। फिर गांव में ही फर्नीचर का व्यवसाय किया। अब परिवार खुशहाल है।

ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा तो शराब से की तौबा 

शाहपुर पटोरी थाना क्षेत्र के संग्रामपुर और हथौड़ी क्षेत्र के बल्लीपुर गांव में बीते वर्ष नवंबर में जहरीली शराब के सेवन से हुई 12 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद जागरूक ग्रामीणों ने मोर्चा संभाला। संग्रामपुर, रूपौली, हसनपुर सूरत, बल्लीपुर, अरैया समेत आसपास के गांवों में शराब के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया। इसका सकारात्मक बदलाव नजर आने लगा है। पियक्कड़ों ने शराब से तौबा कर ली है। पुलिस की सक्रियता से धंधेबाज पकड़े गए। शराबबंदी का फैसला कितना उचित है और शराब पीना कितना नुकसानदेह है, यह बात लोगों को समझाई गई। जिला प्रशासन भी जागरूकता रथ के माध्यम से शराब सेवन के दुष्परिणामों के प्रति लोगों को बता रहा है।

शराब बेचना छोड़ कर रहे खेती

बल्लीपुर गांव में जहरीली शराब से मौत की घटना के बाद अब इसके सेवन से लोगों ने तौबा कर ली है। शराब व ताड़ी बेचने वाले लोग अब खेतीबाड़ी करना शुरू कर दिए हैं। सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।--मोहनकांत चौधरी, ग्रामीण, बल्लीपुर

शराबबंदी सफल बनाने में करें मदद

शराब का सेवन काफी नुकसानदेह है। इससे शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुकसान होता है। समाज में मान-प्रतिष्ठा कम होती है। सभी लोगों को मिलकर शराबबंदी को सफल बनाने में सरकार की सहायता करनी चाहिए -रामाशीष महतो, ग्रामीण, बल्लीपुर

ग्रामीण सचेत, पुलिस भी हुई सक्रिय

जहरीली शराब से हुई घटना के बाद ग्रामीण पूरी तरह सचेत हो गए हैं। पुलिस की सक्रियता से शराब के धंधे पर लगाम लग सकी है। नशे के आदी लोगों ने भी शराब पीना छोड़ दिया है। -रामपुकार चौधरी, ग्रामीण, बल्लीपुर

शराब सेवन की आदत छोड़ें

जहरीली शराब से हुई मौत की घटना काफी दुखद थी। कई परिवारों की खुशियां काल के गाल में समा गई थीं। लोगों को शराब सेवन की आदत पूरी तरह छोड़ देनी चाहिए।--रामचंद्र पासवान, किराना दुकानदार, बल्लीपुर

Edited By: Dharmendra Kumar Singh

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पहले शराब के सेवन में गुजरता था दिन, अब कर रहे फर्नीचर का व्यवसाय, समस्तीपुर में दिलचस्प मामला - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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Monday, February 7, 2022

इंदौर में मनरेगा हितग्राहियों को दिया बकरी पालन का विशेष प्रशिक्षण, कम निवेश में लाभ का व्यवसाय - Nai Dunia

Publish Date: | Mon, 07 Feb 2022 02:49 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान बैंक आफ बड़ौदा (आरसेटी) इंदौर द्वारा मनरेगा हितग्राहियों के लिए 10 दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम विकासखंड महू के ग्राम छापरिया में रखा गया। प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में आरसेटी निदेशक ओमप्रकाश मंशारामानी ने हितग्राहियों को बकरी पालन व्यवसाय को लघु स्तर से प्रारंभ कर वृहद स्तर तक ले जाने की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि कम निवेश में अधिक से अधिक लाभ कमाने का व्यवसाय बकरी पालन व्यवसाय है। इस व्यवसाय को पार्ट या फुल टाइम करके अच्छा लाभ कमाया जा सकता है। दरअसल बकरी पालन ऐसा व्यवसाय है जिसमें गांव के लोग कम पैसे और संसाधनों में भी अपना व्यवसाय कर सकते हैं। खेत और जंगल में उगने वाली झाड़ियों की पत्तियों से भी बकरी की खुराक बन जाती है लेकिन बकरियों के पालन-पोषण पर थोड़ा अधिक ध्यान देने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बेंगलुरु (नेसर) से आए मूल्यांकनकर्ता भारत भूषण शुक्ला एवं दीपक राय ने प्रशिक्षुओं का मूल्यांकन किया। उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षुओं ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। सभी हितग्राहियों को बताया गया कि आधुनिक तकनीक से बकरी पालन व्यवसाय करने से वे अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पहले से बकरी पालन कर रहे लोग भी तकनीक को अपनाकर लाभ बढ़ा सकते हैं। गौरतलब है मनरेगा के तहत सरकार हितग्राहियों को जीवनयापन के लिए रोजगार मुहैया करा रही है। साथ ही यह भी सुनिश्चित कर रही है कि उन्हें अपना शहर छोड़कर काम की तलाश में अन्य जगह नहीं जाना पड़े। साथ ही उन्हें समय-समय पर प्रशिक्षण देने का काम भी किया जा रहा है।

Posted By: Sameer Deshpande

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इंदौर में मनरेगा हितग्राहियों को दिया बकरी पालन का विशेष प्रशिक्षण, कम निवेश में लाभ का व्यवसाय - Nai Dunia
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Multi Utility Center : महिलाओं ने अकुशल श्रम से व्यवसाय की ओर बढ़ाए कदम - - Daily Navpradesh

रायपुर/नवप्रदेश। Multi Utility Center : स्वरोजगार के लिए अच्छा माहौल और उपयुक्त स्थान पाकर सुदूर कोरिया जिले के आदिवासी बहुल चिरमी गांव की महिलाओं ने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया है। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) और डीएमएफ (जिला खनिज न्यास निधि) के अभिसरण से बने मल्टी-यूटिलिटी सेंटर में वहां की गंगा माई स्वसहायता समूह की 12 महिलाएं खुद का उद्यम स्थापित कर फेंसिंग पोल बनाने का काम कर रही हैं।

प्रेरणा से गांव में बने 12 नए स्वयं सहायता समूह

खेतों और मनरेगा कार्यों में मजदूरी करने वाली इन महिलाओं को अकुशल श्रम से स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाते देखकर गांव की बांकी महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं। इनके काम शुरू करने के बाद से गांव में 12 स्वसहायता समूह गठित हो चुके हैं। 
मनरेगा और डीएमएफ के अभिसरण से 12 लाख 15 हजार रूपए की लागत से वर्क-शेड के रूप में तैयार मल्टी-यूटिलिटी सेंटर में (Multi Utility Center) चिरमी की गंगा माई स्वसहायता समूह की महिलाएं फेंसिंग पोल बनाकर खड़गंवा विकासखण्ड के कई गांवों में आपूर्ति कर रही हैं।

इनके द्वारा निर्मित 300 से अधिक पोल्स (Poles) की बिक्री अब तक की जा चुकी है। ग्राम पंचायतें इनका उपयोग गौठान और ब्लॉक-प्लांटेशन की घेराबंदी में कर रही हैं। पोल्स की बिक्री से समूह को 80 हजार रूपए मिले हैं। इन महिलाओं को तीन लाख रूपए का वर्क-ऑर्डर मिला है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित इस समूह की महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन की उड़ान को देखकर गांव में 12 नए महिला स्वसहायता समूह गठित हो गए हैं।

आजीविका मिशन की मदद से वित्तीय लाभ

गंगा माई स्वसहायता समूह की सदस्य उर्मिला सिंह और रामवती मनरेगा में पंजीकृत श्रमिक हैं। खेती-किसानी, वनोपज संग्रहण और मनरेगा में मजदूरी ही उनकी आजीविका का साधन हुआ करता था। उन्होने कुछ साल पहले गांव की अन्य महिलाओं को जोड़कर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गंगा माई स्वसहायता समूह बनाया। समूह में 12 सदस्य हैं। इन महिलाओं ने मनरेगा कार्य से मिली मजदूरी में से कुछ रकम बचाकर समूह की गतिविधियां प्रारंभ की। इनके समूह को आजीविका मिशन से 15 हजार रूपए की आर्थिक सहायता भी मिली।

इससे उत्साहित होकर इन्होंने वन-धन केन्द्र के माध्यम से वनोपज संग्रहण का काम शुरू किया। इस काम के लिए समूह को वन प्रबंधन समिति के माध्यम से बतौर कमीशन 18 हजार रूपए मिले। चिरमी में पिछले साल गौठान बनने के बाद इन महिलाओं ने वहां जैविक खाद बनाने का काम किया। इससे उन्हें साढ़े आठ हजार रूपए की अतिरिक्त कमाई हुई। 

उर्मिला सिंह बताती हैं कि ग्राम पंचायत से उनके समूह को जून-2021 में यह मल्टी-यूटिलिटी सेंटर मिला था। लेकिन इसके तुरंत बाद खेती-किसानी का काम आ जाने से उन लोगों ने सितम्बर-2021 से फेंसिंग पोल बनाने का काम शुरू किया। आजीविका मिशन से मिले संसाधनों, वहां बने समान रखने का स्टोर और पोल्स की तराई के लिए पानी की व्यवस्था होने के बाद काम में तेजी आई। वह बताती हैं कि समूह को आसपास के ग्राम पंचायतों से अब तक करीब एक हजार पोल का ऑर्डर मिल चुका है। वे इनमें से 300 पोल्स की आपूर्ति भी कर चुके हैं। 

वर्क-शेड में बना रही हैं फेन्सिंग पोल

कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से 28 किलोमीटर दूर चिरमी में गौठान के पास ही वर्क-शेड का निर्माण कराया गया है। इसके लिए 12 लाख 15 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी हुई थी। मनरेगा से मजदूरी भुगतान के लिए मिले एक लाख 54 हजार रूपए और डीएमएफ से सामग्री के लिए प्राप्त दस लाख 61 हजार रूपए के अभिसरण से इसका निर्माण हुआ है। गांव में मल्टी-यूटिलिटी सेंटर (Multi Utility Center) के निर्माण से जहां एक ओर 39 मनरेगा श्रमिकों को 798 मानव दिवस का सीधा रोजगार मिला, वहीं स्थानीय समूह को स्वरोजगार के लिए ठौर भी मिल गया। 

इस साल मिला 612 दिन का रोजगार

मनरेगा के तहत वर्ष 2020-21 में गंगा माई स्वसहायता समूह की महिलाओं के परिवार ने 612 दिनों का रोजगार प्राप्त किया था, जबकि इस वर्ष 2021-22 में उन्होंने केवल 306 दिनों का रोजगार प्राप्त किया है। यह इस बात का प्रमाण है कि ये महिलाएं अब अकुशल श्रम के स्थान पर रोजगार के स्थाई साधन अपने व्यवसाय को तरजीह दे रही हैं। कल तक खेतों और  मनरेगा कार्यों में मजदूरी ढूंढने वाली ये महिलाएं अब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान), मनरेगा और डीएमएफ से संबल और संसाधन पाकर आर्थिक स्वावलंबन के नए आयाम गढ़ रही हैं।

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सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन करेंगे हनुमान, पप्पू व छोटेलाल का होगा खुद का व्यवसाय - Patrika News

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